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Powai Waterfall: गर्मी के मौसम में चाहिए ठंडक का एहसास, छतीसगढ़ के खूबसूरत पवई वॉटरफॉल की करें सैर, जानिए क्या है खास

(पवई वॉटरफॉल)

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Balrampur News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर का तातापानी बेहद खास है. यहां भूगर्भ से निकलता गर्म जलस्रोत लोगों के आकर्षण का केंद्र है. लेकिन इसके अलावा बलरामपुर जिले में कई ऐसे पर्यटन केंद्र है. जहां सालभर सैलानियों का सैर सपाटा लगा रहता है. उन्हीं में से एक है पवई जलप्रपात. ये जलप्रपात चनान नदी पर स्थित है और 100 फीट की ऊंचाई से गिरता है. खास बात ये है कि पवई झरना बलरामपुर का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल है. इसलिए हर साल हजारों लोग आते हैं.
Balrampur News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर का तातापानी बेहद खास है. यहां भूगर्भ से निकलता गर्म जलस्रोत लोगों के आकर्षण का केंद्र है. लेकिन इसके अलावा बलरामपुर जिले में कई ऐसे पर्यटन केंद्र है. जहां सालभर सैलानियों का सैर सपाटा लगा रहता है. उन्हीं में से एक है पवई जलप्रपात. ये जलप्रपात चनान नदी पर स्थित है और 100 फीट की ऊंचाई से गिरता है. खास बात ये है कि पवई झरना बलरामपुर का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल है. इसलिए हर साल हजारों लोग आते हैं.
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वैसे तो पर्यटन स्थलों, झरनों या अन्य दार्शनिक स्थलों में सर्दी के मौसम में, नए साल, क्रिसमस के मौके पर अत्यधिक भीड़ नजर आती है. लेकिन पवई जलप्रपात बाकी जगहों से बिल्कुल अलग है. क्योंकि इस जगह पर हर मौसम में ठंडक का एहसास होता है, इसलिए यहां गर्मी के मौसम भी पर्यटकों का अंबार रहता है. 100 फीट ऊंचाई से जब ऊपर से नीचे की ओर पानी गिरता है तो पानी ओस की तरह आसपास के वातावरण में फैल जाता है,
वैसे तो पर्यटन स्थलों, झरनों या अन्य दार्शनिक स्थलों में सर्दी के मौसम में, नए साल, क्रिसमस के मौके पर अत्यधिक भीड़ नजर आती है. लेकिन पवई जलप्रपात बाकी जगहों से बिल्कुल अलग है. क्योंकि इस जगह पर हर मौसम में ठंडक का एहसास होता है, इसलिए यहां गर्मी के मौसम भी पर्यटकों का अंबार रहता है. 100 फीट ऊंचाई से जब ऊपर से नीचे की ओर पानी गिरता है तो पानी ओस की तरह आसपास के वातावरण में फैल जाता है,
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जिससे झरना के पास का स्थल हर मौसम में ठंडा रहता है. जिसकी वजह से इस झरना को अधिक पसंद किया जाता है. यहां छत्तीसगढ़ के अलावा पड़ोसी राज्यों के लोग भी पिकनिक मनाने आते है.
जिससे झरना के पास का स्थल हर मौसम में ठंडा रहता है. जिसकी वजह से इस झरना को अधिक पसंद किया जाता है. यहां छत्तीसगढ़ के अलावा पड़ोसी राज्यों के लोग भी पिकनिक मनाने आते है.
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पवई जलप्रपात चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ है. यहां ज्यादा नए साल के मौके पर सैलानी पिकनिक मनाने पहुंचते है. इसके अलावा गर्मी के मौसम में भी यहां घूमने वालों की संख्या अधिक रहती है. क्योंकि गर्मी में हर कोई गर्मी की वजह से परेशान रहता है, लेकिन पवई फॉल के पास पत्थर, जंगल के पेड़, और चारों ओर पहाड़ लोगों को छांव प्रदान करते हैं. वहीं घने जंगल के बीच कल कल गिरता झरने का पानी लोगों को ठंड का एहसास कराता है।
पवई जलप्रपात चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ है. यहां ज्यादा नए साल के मौके पर सैलानी पिकनिक मनाने पहुंचते है. इसके अलावा गर्मी के मौसम में भी यहां घूमने वालों की संख्या अधिक रहती है. क्योंकि गर्मी में हर कोई गर्मी की वजह से परेशान रहता है, लेकिन पवई फॉल के पास पत्थर, जंगल के पेड़, और चारों ओर पहाड़ लोगों को छांव प्रदान करते हैं. वहीं घने जंगल के बीच कल कल गिरता झरने का पानी लोगों को ठंड का एहसास कराता है।
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प्राकृतिक सौंदर्य के परिपूर्ण पवई फॉल जिला मुख्यालय बलरामपुर से 16 किलोमीटर दूर पर स्थित है. झरने तक पहुंचने के लिए मुख्य मार्ग को छोड़कर 1.5 किलोमीटर का रास्ता पैदल तय करना पड़ता है. वहीं मुख्य मार्ग तक बस, कार और प्राइवेट ट्रांसपोर्ट से आसानी से पहुंचा जा सकता है. वहीं झरना के करीब जाने पर सावधानी बरतने की जरूरत है. क्योंकि वहां चट्टानों पर लगातार पानी गिरने की वजह से फिसलने का डर बना रहता है.
प्राकृतिक सौंदर्य के परिपूर्ण पवई फॉल जिला मुख्यालय बलरामपुर से 16 किलोमीटर दूर पर स्थित है. झरने तक पहुंचने के लिए मुख्य मार्ग को छोड़कर 1.5 किलोमीटर का रास्ता पैदल तय करना पड़ता है. वहीं मुख्य मार्ग तक बस, कार और प्राइवेट ट्रांसपोर्ट से आसानी से पहुंचा जा सकता है. वहीं झरना के करीब जाने पर सावधानी बरतने की जरूरत है. क्योंकि वहां चट्टानों पर लगातार पानी गिरने की वजह से फिसलने का डर बना रहता है.

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