Durg में फ्री में दे रहा है एक शख्स आर्मी की ट्रेनिग, अब तक 35 बच्चो का हुआ सिलेक्शन, तस्वीरों से जानिए कैसे देश सेवा के लिए तैयार हो रहे युवा
अक्सर देखा जाता है कि जब भी कोई इंसान सरकारी नौकरी से रिटायर होता है तो वह ज्यादातर समय अपने परिवार और घूमने - फिरने और घर के खेती बाड़ी में बिताना पसंद करता है. लेकिन ऐसे बहुत कम लोग ही होते हैं जो समाज और देश के लिए निस्वार्थ अपनी सेवा देते हैं. वैसे ही एक इंसान की कहानी हम आपको बता रहे हैं जो आर्मी से रिटायर होने के बाद देश के युवा और युवतियों को सेना में जाने और पुलिस में भर्ती होने की ट्रेनिंग फ्री में दे रहे है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appयुवाओं को निस्वार्थ भाव से आर्मी की ट्रेनिंग देने वाले ये शख्स हैं आर्मी मैन हरभजन सिंह. हरभजन सिंह आर्मी से नायब सूबेदार के पद से रिटायर हुए थे. इसके बाद उन्हें कई जॉब ऑफर आए, लेकिन उन्होंने स्वीकार नहीं किया. उनकी मंशा ज्यादा से ज्यादा युवाओं को फोर्स में भेजने की थी. इसी के चलते उन्होंने इस एकेडमी की शुरुआत की. इसमें बच्चों को रनिंग, साइकलिंग, स्वींमिंग के साथ वह सभी ट्रेनिंग देते है जो कि सेना में जाने के लिए जरूरी होती है.
हरभजन सिंह रोजाना सेक्टर-2 भिलाई विद्यालय के ग्राउंड में करीब साढ़े 3 साल से युवक और युवतियों को पुलिस और सेना में जाने के लिए फ्री में ट्रेनिंग दे रहे हैं इस एकेडमी में 140 बच्चों को ट्रेंड किया जा रहा है . इसमें 40 लड़कियां और 100 के करीब लड़के शामिल हैं. इन युवाओं को एकेडमी में सेना, पुलिस, फारेस्ट व इससे जुड़ी अन्य फोर्सेज में भर्ती की तैयारी कराई जाती है. अब तक एकेडमी से 35 बच्चे सेना में जा चुके हैं. कुछ का सिलेक्शन हो गया है, वह भी जल्द ट्रेनिंग में जाएंगे. इस प्रयास से छत्तीसगढ़ जैसे प्रदेश में सेना में करियर को लेकर भी उत्सुकता बढ़ी है. अमूमन यहां से फौज में युवा बेहद कम संख्या में जाते हैं, लेकिन अब युवाओं का रुझान इस ओर भी दिख रहा है.
ट्रैनिंग के दौरान हरभजन सिंह बच्चों को स्विमिंग भी सिखाते हैं. उनका कहना है कि पहले उनकी एकेडमी के दो बच्चों को ही स्विमिंग आती थी. आज सभी बच्चे अच्छे तैराक हैं. प्रैक्टिस के लिए वे हर सप्ताह दुर्ग में शिवनाथ नदी के घाट जाते हैं. यहां सभी बच्चे तैर कर नदी को पार करते हैं. एक साथ 100 से अधिक बच्चों की तैरती फौज का नजारा कुछ अलग ही दिखता है.
हर दिन यहां बच्चे घंटों पसीना बहाते हैं. इस पूरे फील्ड को खुद हरभजन और उनके बच्चों ने तैयार किया है.
एकेडमी में फॉरेस्ट गार्ड की तैयारी करने वाली प्रियंका कुशवाहा का कहना है कि वह काफी गरीब घर से थीं. एकेडमी उनके लिए सपना था. हरभजन सिंह की एकेडमी में उन्हें निशुल्क बेस्ट ट्रेनिंग दी जाती है. डेढ़ साल में उनकी तैयारी अच्छी हो गई है. यहां लड़के लड़की एक साथ तैयारी करते हैं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -