एक्सप्लोरर

In Photos: बस्तर के दियारी त्योहार से जुड़ी परंपराओं को जानकर चौंक जाएंगे आप, तस्वीरें में देखें एक झलक

छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर में आदिवासियों की रीति-रिवाज से लेकर रहन-सहन, वेशभूषा और संस्कृति अपने आप में अनोखी होती है.

छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर में आदिवासियों की रीति-रिवाज से लेकर रहन-सहन, वेशभूषा और संस्कृति अपने आप में अनोखी होती है.

बस्तर में आदिवासियों की रीति-रिवाज

1/9
इतने दिनों तक मनाए जाने वाली त्योहार पूरे देश में शायद ही कहीं मनाई जाती है, बस्तर के आदिवासी इसत्योहार  को
इतने दिनों तक मनाए जाने वाली त्योहार पूरे देश में शायद ही कहीं मनाई जाती है, बस्तर के आदिवासी इसत्योहार को "दियारी"त्योहार कहते हैं और इसत्योहार में सैकड़ों साल पुरानी परंपराओं को आज भी यहां के आदिवासियों द्वारा बखूबी निभाया जाता है.
2/9
दरअसल छत्तीसगढ़ के बस्तर में धान कटाई से इस त्योहार की शुरुआत होती है, जब धान पूरी तरह से पककर तैयार हो जाता है तो इसकी खुशी में आदिवासी और यहां के रहने वाले किसान
दरअसल छत्तीसगढ़ के बस्तर में धान कटाई से इस त्योहार की शुरुआत होती है, जब धान पूरी तरह से पककर तैयार हो जाता है तो इसकी खुशी में आदिवासी और यहां के रहने वाले किसान "दियारी" कात्योहार मनाते हैं, वर्तमान में भी बस्तर के ग्रामीण अंचलों में "दियारी"त्योहार की रौनक देखने को मिल रही है, बताया जाता है कि नये धान की फसल घर तक पहुंचने के बाद परंपरा अनुसार अलग-अलग गांवों में इस तिहार को मनाया जाता है.
3/9
वहीं आदिवासियों द्वारा ही गांव-गांव में मनाई जाने वाली मंडई मेले औरत्योहार  भी खास तरह की होती है. बस्तर में आदिवासी एक ऐसा हीत्योहार  मनाते हैं जो लगभग डेढ़ महीने तक चलती है और हर गांव में अलग-अलग दिनों में मनाई जाती है, खास बात यह होती है कि दिवाली से शुरू होने वाली आदिवासियों की यह त्योहार जनवरी के आखिरी दिनों तक चलती है.
वहीं आदिवासियों द्वारा ही गांव-गांव में मनाई जाने वाली मंडई मेले औरत्योहार भी खास तरह की होती है. बस्तर में आदिवासी एक ऐसा हीत्योहार मनाते हैं जो लगभग डेढ़ महीने तक चलती है और हर गांव में अलग-अलग दिनों में मनाई जाती है, खास बात यह होती है कि दिवाली से शुरू होने वाली आदिवासियों की यह त्योहार जनवरी के आखिरी दिनों तक चलती है.
4/9
गांव के ग्रामीण अपने गांव की कुल देवी और घर की कुल देवी की पूजा अर्चना कर गांव की खुशहाली की कामना करते हैं, वही कोठार  में बांस के सुपे  में धान रखकर पूजा की जाती है, इसके अलावा अपने अपने पालतू मवेशियों को नहला धुलाकर  खिचड़ी खिलाई जाती है और उनकी पूजा की परंपरा करीब डेढ़ महीने तक चलती है.
गांव के ग्रामीण अपने गांव की कुल देवी और घर की कुल देवी की पूजा अर्चना कर गांव की खुशहाली की कामना करते हैं, वही कोठार में बांस के सुपे में धान रखकर पूजा की जाती है, इसके अलावा अपने अपने पालतू मवेशियों को नहला धुलाकर खिचड़ी खिलाई जाती है और उनकी पूजा की परंपरा करीब डेढ़ महीने तक चलती है.
5/9
सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष और जानकर प्रकाश ठाकुर ने बताया कि बस्तर में महालक्ष्मी पूजा को स्थानीय आदिवासी
सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष और जानकर प्रकाश ठाकुर ने बताया कि बस्तर में महालक्ष्मी पूजा को स्थानीय आदिवासी "राजा दियारी" कहते हैं, बस्तर के ग्रामीण अंचलो में आदिवासियों के अलावा ट्राइबल में ही कई अन्य जाति के लोग धान कटाई के बाद इस "दियारी"त्योहार को मनाते हैं, उन्होंने बताया कि गांव के सिरहा, पुजारी और पटेल के सहमति पर सप्ताह के किस दिन इस पर्व को मनाना है यह तय किया जाता है, और उसके बाद पूरे गांव में दियारी कात्योहार मनाया जाता है.
6/9
दियारीत्योहार  के पहले दिन ग्रामीण गांव के प्रमुख गुड़ी और कुलदेवी मंदिर में इक्कठे होते हैं और वहां पूजा-अर्चना कर खुशहाली की कामना करते हैं, वहीं इसत्योहार  के दूसरे दिन सुबह महिलाएं अपने घर को सजाती है और अपने पालतू मवेशियों को नहला धुलाकर चावल के आटे के घोल से गाय बैलो के पैरों के निशान बनाते हैं, और इस पर्व के तीसरे दिन अपने सौहलियत के अनुसार तय किया जाता है कि इस दिन को
दियारीत्योहार के पहले दिन ग्रामीण गांव के प्रमुख गुड़ी और कुलदेवी मंदिर में इक्कठे होते हैं और वहां पूजा-अर्चना कर खुशहाली की कामना करते हैं, वहीं इसत्योहार के दूसरे दिन सुबह महिलाएं अपने घर को सजाती है और अपने पालतू मवेशियों को नहला धुलाकर चावल के आटे के घोल से गाय बैलो के पैरों के निशान बनाते हैं, और इस पर्व के तीसरे दिन अपने सौहलियत के अनुसार तय किया जाता है कि इस दिन को "बासी"त्योहार के रूप में मनाया जाए.
7/9
बताया जाता है कि
बताया जाता है कि "दियारी"त्योहार के पहले दिन किसी कारण से अगर कुछ मेहमान सामूहिक भोजन में शामिल नहीं हो पाते हैं तो उन लोगों को एक बार फिर भोजन कराया जाता है, दियारी के पहले दिन जो भी पकवान बने होते हैं, उसे फिर से बनाए जाते हैं, और आने वाले लोगों को खिलाया जाता है, इसे ही इस दियारीत्योहार के तीसरे दिन मनाए जाने वाले दिन को "बासी" तिहार कहा जाता है.
8/9
जानकार  हेमंत कश्यप बताते हैं कि दियारीत्योहार   पूर्ण रूप से पशुधन पर आधारितत्योहार  है, जिसे बस्तर के आदिवासियों की
जानकार हेमंत कश्यप बताते हैं कि दियारीत्योहार पूर्ण रूप से पशुधन पर आधारितत्योहार है, जिसे बस्तर के आदिवासियों की "दीपावली" भी कहा जा सकता है ,पुरुष धान की बालियों से सेला बनाते हैं, और पशुओं को नहलाते धुलाते हैं और घर की ग्रामीण महिलाएं नये मिट्टी के बर्तन में पांच प्रकार के कंद और नए चावल की खिचड़ी तैयार करती है, और पुरुष पूजा अर्चना करके गाय बैलों को खिचड़ी खिलाते हैं.
9/9
इस दिन गायो के गले में मोर पंख , पलाश की जड़ , और ऊन से  तैयार सौहई पहनाया जाता है,  छत्तीसगढ़ में केवल बस्तर में ही इस दियारीत्योहार  का आनंद देखने को मिलता है, और गांव गांव में धूमधाम से इसत्योहार  को आदिवासी समुदाय के द्वारा मनाया जाता है.
इस दिन गायो के गले में मोर पंख , पलाश की जड़ , और ऊन से तैयार सौहई पहनाया जाता है, छत्तीसगढ़ में केवल बस्तर में ही इस दियारीत्योहार का आनंद देखने को मिलता है, और गांव गांव में धूमधाम से इसत्योहार को आदिवासी समुदाय के द्वारा मनाया जाता है.

छत्तीसगढ़ फोटो गैलरी

छत्तीसगढ़ वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

बांग्लादेश में चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी से मचा बवाल! हिंदुओं के प्रदर्शन से भड़का जमात, किया हमला
बांग्लादेश में चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी से मचा बवाल! हिंदुओं के प्रदर्शन से भड़का जमात, किया हमला
यूपी में कैबिनेट विस्तार की आहट! अखिलेश के जीजा को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी, भूपेंद्र चौधरी को मिलेगा ये विभाग?
यूपी में कैबिनेट विस्तार की आहट! अखिलेश के जीजा को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी, भूपेंद्र चौधरी को मिलेगा ये विभाग?
अनिल कपूर की वजह से 'परिंदा' से रिप्लेस हुए थे नाना पाटेकर, एक्टर ने किया खुलासा
अनिल कपूर की वजह से 'परिंदा' से रिप्लेस हुए थे नाना पाटेकर, एक्टर ने किया खुलासा
RCB से 8.5 करोड़ मिलते ही एक्शन में आया धांसू प्लेयर, 15 गेंद में फिफ्टी ठोक मचाई सनसनी
RCB से 8.5 करोड़ मिलते ही एक्शन में आया धांसू प्लेयर, 15 गेंद में फिफ्टी ठोक मचाई सनसनी
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Breaking News : Maharashtra में  सीएम के एलान से पहले नाराज शिंदे का शक्ति प्रदर्शन!Sambhal Masjid Clash:  'दंगाई कह रहे थे पुलिस को मार दो' FIR  में सनसनीखेज खुलासाSambhal Masjid Clash : संभल हिंसा कांड पर FIR में सनसनीखेज खुलासा | Samajwadi PartyTop Headlines : फटाफट अंदाज में देखिए आज की बड़ी खबरें | Sambhal Masjid Clash | ABP NEWS

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
बांग्लादेश में चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी से मचा बवाल! हिंदुओं के प्रदर्शन से भड़का जमात, किया हमला
बांग्लादेश में चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी से मचा बवाल! हिंदुओं के प्रदर्शन से भड़का जमात, किया हमला
यूपी में कैबिनेट विस्तार की आहट! अखिलेश के जीजा को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी, भूपेंद्र चौधरी को मिलेगा ये विभाग?
यूपी में कैबिनेट विस्तार की आहट! अखिलेश के जीजा को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी, भूपेंद्र चौधरी को मिलेगा ये विभाग?
अनिल कपूर की वजह से 'परिंदा' से रिप्लेस हुए थे नाना पाटेकर, एक्टर ने किया खुलासा
अनिल कपूर की वजह से 'परिंदा' से रिप्लेस हुए थे नाना पाटेकर, एक्टर ने किया खुलासा
RCB से 8.5 करोड़ मिलते ही एक्शन में आया धांसू प्लेयर, 15 गेंद में फिफ्टी ठोक मचाई सनसनी
RCB से 8.5 करोड़ मिलते ही एक्शन में आया धांसू प्लेयर, 15 गेंद में फिफ्टी ठोक मचाई सनसनी
सर्दियों में हार्ट अटैक आने को लेकर खूब चर्चा में रहते हैं ये मिथ, आज जान लीजिए क्या है सच
सर्दियों में हार्ट अटैक आने को लेकर खूब चर्चा में रहते हैं ये मिथ, आज जान लीजिए क्या है सच
बिजनेस शुरू करने के लिए नहीं हैं पैसे, सरकार की ये योजना देगी 20 लाख, ऐसे करें आवेदन
बिजनेस शुरू करने के लिए नहीं हैं पैसे, सरकार की ये योजना देगी 20 लाख, ऐसे करें आवेदन
हर मिनट 1 रुपया भेजता है एक्स बॉयफ्रेंड! ट्रोमा से गुजर रही लड़की ने सुनाया दुखड़ा
हर मिनट 1 रुपया भेजता है एक्स बॉयफ्रेंड! ट्रोमा से गुजर रही लड़की ने सुनाया दुखड़ा
Maharashtra Politics Live: एकनाथ शिंदे आज देंगे CM पद से इस्तीफा, 29 नवंबर को हो सकता है नई सरकार का शपथ ग्रहण
Live: एकनाथ शिंदे आज देंगे CM पद से इस्तीफा, 29 नवंबर को हो सकता है नई सरकार का शपथ ग्रहण
Embed widget