In Pics: राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र बिरहोर जाति के लोगों से सीएम साय ने की मुलाकात, मूलभूत सुविधाओं के बारे में की चर्चा
उन्होेंने यहां छत्तीसगढ़ की विशेष पिछड़ी जनजातियों में शामिल बिरहोर परिवारों से रूबरू होकर उन्हें इस योजना से मिल रहे लाभ की जानकारी ली. मुख्यमंत्री साय ने राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बिरहोर परिवारों से अलग-अलग बातचीत कर स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार सहित मूलभूत सुविधाओं के बारे में चर्चा की.
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View In Appमुख्यमंत्री साय ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आप सभी के विकास के लिए सबसे ज्यादा ध्यान देते हैं. इसके लिए उन्होंने जो जनजातियां विशेष रूप से पिछड़ी हैं उनके लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना शुरू की है. लाभ आप लोगों तक पहुंच रहा है या नहीं, इसे जानने मैंने आप लोगों के बीच भुईंयापानी आने का निर्णय लिया.
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रदेश की 5 विशेष पिछड़ी जनजातियों में बिरहोर जनजाति भी शामिल है. बिरहोरों की संख्या बहुत कम है. रायगढ़ जिले में इनकी जनसंख्या करीब 1100 है. पीएम जनमन योजना में प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ आयुष्मान कार्ड, उज्ज्वला योजना सहित शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ विशेष रूप से पिछड़ी जनजातियों को मिलेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम जनमन योजना में आप लोगों के लिए गैस चूल्हा से लेकर मकान तक सारी योजना सरकार के पास हैं, हम इनका लाभ आप सभी को देंगे. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर हितग्राहियों को पीएम जनमन योजना के अंतर्गत उज्ज्वला योजना में गैस कनेक्शन, आधार कार्ड, राशन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, आयुष्मान भारत योजना का कार्ड वितरित किए.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मिलने पहुंची उर्मिला से उन्होंने पूछा कि सरकार की किन योजनाओं का लाभ मिला है. उर्मिला ने बताया कि उसका राशन कार्ड अभी बनाया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अगले पांच सालों तक निःशुल्क चावल देने का निर्णय लिया है.
उर्मिला से मुख्यमंत्री ने पूछा कि पढ़ाई कहां तक हुई है. उर्मिला ने बताया कि आठवीं तक पढ़ी हूँ. मुख्यमंत्री ने इस पर बहुत खुशी जताई. मुख्यमंत्री ने चर्चा में कहा कि बिरहोर आबादी इस जिले में 1100 के आसपास है. सरकार के साथ ही वनवासी कल्याण आश्रम ने भी शिक्षा के लिए काफी काम किया है.
मुझे खुशी है कि हम लोग भी इस दिशा में कार्य करते थे क्योंकि आगे बढ़ने के लिए शिक्षा सबसे जरूरी है. मुख्यमंत्री ने मौके पर ही अधिकारियों को कहा कि उर्मिला ने विषम परिस्थितियों के बाद भी आठवीं तक की पढ़ाई कर ली है, अब इसके रोजगार की व्यवस्था कीजिए.
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