एक्सप्लोरर

In Pics: मानसून ट्रिप की योजना बना रहे हैं तो रायपुर की यह जगह है आपके लिए, देखें तस्वीरें

प्रियदर्शिनी नेचर सफारी

1/9
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शहर होने के बाद भी जंगल जैसी हरियाली है. हम बात कर रहें रायपुर शहर केवल 45 किलोमीटर दूर मोहरेंगा में इंदिरा प्रियदर्शनी नेचर सफारी की. जहां पर्यटक हरे भरे जंगल में देखने आते है. यहां जंगल में कई जंगली जानवर रहते है. जिसे खुले आसमान पर देखने का सुकून मिलेगा.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शहर होने के बाद भी जंगल जैसी हरियाली है. हम बात कर रहें रायपुर शहर केवल 45 किलोमीटर दूर मोहरेंगा में इंदिरा प्रियदर्शनी नेचर सफारी की. जहां पर्यटक हरे भरे जंगल में देखने आते है. यहां जंगल में कई जंगली जानवर रहते है. जिसे खुले आसमान पर देखने का सुकून मिलेगा.
2/9
छत्तीसगढ़ के हरियाली की चर्चा देशभर में होती है. मानसून की पहली बारिश के बाद पेड़ के पत्ते गहरे हरे रंग के हो जाते हैं. राज्य में उत्तर छत्तीसगढ़ और दक्षिण छत्तीसगढ़ की हरियाली जंगल इलाका काफी लोकप्रिय है.
छत्तीसगढ़ के हरियाली की चर्चा देशभर में होती है. मानसून की पहली बारिश के बाद पेड़ के पत्ते गहरे हरे रंग के हो जाते हैं. राज्य में उत्तर छत्तीसगढ़ और दक्षिण छत्तीसगढ़ की हरियाली जंगल इलाका काफी लोकप्रिय है.
3/9
शहरी इलाकों में हरियाली कम बड़ी बड़ी बिल्डिंग ज्यादा दिखती है. इसलिए मानसून सीजन की शुरुआत के साथ पर्यटक छत्तीसगढ़ की खूबसूरती देखने के देशभर से पहुंचते हैं..
शहरी इलाकों में हरियाली कम बड़ी बड़ी बिल्डिंग ज्यादा दिखती है. इसलिए मानसून सीजन की शुरुआत के साथ पर्यटक छत्तीसगढ़ की खूबसूरती देखने के देशभर से पहुंचते हैं..
4/9
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 19 नवंबर 2020 को 'इंदिरा नेचर सफारी' मोहरेंगा का लोकार्पण किया था. मोहरेंगा वन क्षेत्र में पूर्व में लगभग 100 से 150 चीतलों को विचरण करते हुए देखा गया था.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 19 नवंबर 2020 को 'इंदिरा नेचर सफारी' मोहरेंगा का लोकार्पण किया था. मोहरेंगा वन क्षेत्र में पूर्व में लगभग 100 से 150 चीतलों को विचरण करते हुए देखा गया था.
5/9
वर्तमान में चीतलों की संख्या करीब 400 से 500 हो गई है. नेचर सफारी के खुले वाहन या खुद के चार पहिया वाहन में गाइड की सहायता से यहां के खुले वातावरण में चीतलों के समूहों और अन्य जानवरों को देखा जा सकता है.
वर्तमान में चीतलों की संख्या करीब 400 से 500 हो गई है. नेचर सफारी के खुले वाहन या खुद के चार पहिया वाहन में गाइड की सहायता से यहां के खुले वातावरण में चीतलों के समूहों और अन्य जानवरों को देखा जा सकता है.
6/9
नेचर सफारी में चीतलों के साथ ही साथ मोहरेंगा वन परिसर में जंगली सुअर, लकड़बग्घा, खरगोश, लोमड़ी, नेवला, नाग, अजगर, बंदर, लंगूर जैसे वन्यप्राणी भी विचरण करते हैं. यहां 70 से अधिक प्रजाति के स्थानीय और माइग्रेटरी चिड़ियों की प्रजातियां भी पायी जाती है.
नेचर सफारी में चीतलों के साथ ही साथ मोहरेंगा वन परिसर में जंगली सुअर, लकड़बग्घा, खरगोश, लोमड़ी, नेवला, नाग, अजगर, बंदर, लंगूर जैसे वन्यप्राणी भी विचरण करते हैं. यहां 70 से अधिक प्रजाति के स्थानीय और माइग्रेटरी चिड़ियों की प्रजातियां भी पायी जाती है.
7/9
नेचर सफारी में कई प्रजातियों के वृक्ष जैसे साजा, खैर, तेन्दू, सागौन, बीजा, महुंआ चार, कुसुम, बहेड़ा, धावड़ा, आंवला, बांस सहित मूल्यवान और औषधि प्रजातियों के पेड़ है.
नेचर सफारी में कई प्रजातियों के वृक्ष जैसे साजा, खैर, तेन्दू, सागौन, बीजा, महुंआ चार, कुसुम, बहेड़ा, धावड़ा, आंवला, बांस सहित मूल्यवान और औषधि प्रजातियों के पेड़ है.
8/9
नेचर सफारी के अधिकारियों ने बताया कि वन प्राणियों और यहां की हरियाली को देखने के लिए चार मंजिला वॉच टावर बनाया गया है. पर्यटक यहां से नेचर सफारी को कई किलोमीटर की दूरी तक देख सकते है. यहां पर्यटकों के बैठने के लिए पैगोडा भी बनाया गया है साथ ही उनके खाने पीने क्रिया रेस्टोरेंट की व्यवस्था भी की गई है. यह जंगल सफारी सोमवार को छोड़कर बाकी सभी दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है.
नेचर सफारी के अधिकारियों ने बताया कि वन प्राणियों और यहां की हरियाली को देखने के लिए चार मंजिला वॉच टावर बनाया गया है. पर्यटक यहां से नेचर सफारी को कई किलोमीटर की दूरी तक देख सकते है. यहां पर्यटकों के बैठने के लिए पैगोडा भी बनाया गया है साथ ही उनके खाने पीने क्रिया रेस्टोरेंट की व्यवस्था भी की गई है. यह जंगल सफारी सोमवार को छोड़कर बाकी सभी दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है.
9/9
मोहरेंगा को इको टूरिज्म केंद्र की दृष्टि से 'इंदिरा प्रियदर्शनी नेचर सफारी' मोहरेंगा के रूप में विकसित किया जा रहा है. रायपुर के जयस्तंभ चौक से 45 किमी की दूरी पर है. तिल्दा - खरोरा मार्ग में स्थित खोली डबरी आरक्षित वनखण्ड में करीब 528 हेक्टेयर क्षेत्र में कई अलग अलग प्रजाति के वृक्षों लगाए गए है ताकि वन्य प्राणियों के रहवास के इस परिसर में प्रवेश करने पर यह एक शांत, शीतल अभ्यारण्य जैसा अनुभव कराता है.
मोहरेंगा को इको टूरिज्म केंद्र की दृष्टि से 'इंदिरा प्रियदर्शनी नेचर सफारी' मोहरेंगा के रूप में विकसित किया जा रहा है. रायपुर के जयस्तंभ चौक से 45 किमी की दूरी पर है. तिल्दा - खरोरा मार्ग में स्थित खोली डबरी आरक्षित वनखण्ड में करीब 528 हेक्टेयर क्षेत्र में कई अलग अलग प्रजाति के वृक्षों लगाए गए है ताकि वन्य प्राणियों के रहवास के इस परिसर में प्रवेश करने पर यह एक शांत, शीतल अभ्यारण्य जैसा अनुभव कराता है.

छत्तीसगढ़ फोटो गैलरी

छत्तीसगढ़ वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

वक्फ संशोधन बिल पर JPC को मिले AI जेनरेटेड रिएक्शन, अब तक आ चुके हैं 96 लाख ईमेल
वक्फ संशोधन बिल पर JPC को मिले AI जेनरेटेड रिएक्शन, अब तक आ चुके हैं 96 लाख ईमेल
तिरुपति प्रसाद विवाद पर सपा सांसद डिंपल यादव की प्रतिक्रिया, वृंदावन का भी कर दिया जिक्र
तिरुपति प्रसाद विवाद पर सपा सांसद डिंपल यादव की प्रतिक्रिया, वृंदावन का भी कर दिया जिक्र
न हेमा मालिनी, न तनुजा और न मुमताज...इस हीरोइन के दीवाने रहे हैं Dharmendra, चोरी-चुपके जाते थे फिल्में देखने
न हेमा मालिनी, न तनुजा और न मुमताज, इस हीरोइन के दीवाने रहे हैं धर्मेंद्र
IND vs BAN: टीम इंडिया ने दर्ज की बंपर जीत, तो कोच गंभीर ने कही बड़ी बात; रिएक्शन कर देगा हैरान
टीम इंडिया ने दर्ज की बंपर जीत, तो कोच गंभीर ने कही बड़ी बात; रिएक्शन कर देगा हैरान
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Lebanon Israel War: खतरे में लेबनान का फ्यूचर, बज गया सिविल वॉर का हूटर? | America | ABP NewsHaryana Election: Arvind Kejriwal के RSS से सवाल...हरियाणा तक बवाल | AAP | ABP NewsHindustan Shikhar Samagam: Jagat Singh को ऐसे मिली जंगली की उपाधी | ABP News'प्रकृति को बिना नुकसान किए कैसे स्वस्थ रहें' देवभूमि के 'गुमनाम नायकों' का खास Interview | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
वक्फ संशोधन बिल पर JPC को मिले AI जेनरेटेड रिएक्शन, अब तक आ चुके हैं 96 लाख ईमेल
वक्फ संशोधन बिल पर JPC को मिले AI जेनरेटेड रिएक्शन, अब तक आ चुके हैं 96 लाख ईमेल
तिरुपति प्रसाद विवाद पर सपा सांसद डिंपल यादव की प्रतिक्रिया, वृंदावन का भी कर दिया जिक्र
तिरुपति प्रसाद विवाद पर सपा सांसद डिंपल यादव की प्रतिक्रिया, वृंदावन का भी कर दिया जिक्र
न हेमा मालिनी, न तनुजा और न मुमताज...इस हीरोइन के दीवाने रहे हैं Dharmendra, चोरी-चुपके जाते थे फिल्में देखने
न हेमा मालिनी, न तनुजा और न मुमताज, इस हीरोइन के दीवाने रहे हैं धर्मेंद्र
IND vs BAN: टीम इंडिया ने दर्ज की बंपर जीत, तो कोच गंभीर ने कही बड़ी बात; रिएक्शन कर देगा हैरान
टीम इंडिया ने दर्ज की बंपर जीत, तो कोच गंभीर ने कही बड़ी बात; रिएक्शन कर देगा हैरान
Coldplay Concert: कोल्डप्ले कॉन्सर्ट के टिकट की कीमत लाखों तक पहुंची, ऐसी दीवानगी कि बुकिंग साइट हुई क्रेश
कोल्डप्ले कॉन्सर्ट के टिकट की कीमत लाखों तक पहुंची, ऐसी दीवानगी कि बुकिंग साइट हुई क्रेश
'ऐसा मस्जिद के साथ होता तो देश में फैल जाती अव्यवस्था', तिरुपति लड्डू विवाद पर बोले डिप्टी CM पवन कल्याण
'ऐसा मस्जिद के साथ होता तो देश में फैल जाती अव्यवस्था', तिरुपति लड्डू विवाद पर बोले पवन कल्याण
Eye Twitching: आंख फड़कने पर शुभ-अशुभ कई बार सोचा होगा, जानें किस विटामिन की कमी से होता है ऐसा?
आंख फड़कने पर शुभ-अशुभ नहीं, हो सकती है इस विटामिन की कमी
छोटी मोटी हेल्थ प्रॉब्लम्स में कहीं आप भी तो नहीं खा रहे दवाइयां, ज़रा ठहर जाएं, जान लें कितनी बड़ी गलती कर रहे हैं आप
छोटी मोटी हेल्थ प्रॉब्लम्स में खा रहे हैं दवाइयां तो जान लें इसके नुकसान
Embed widget