कांकेर में नक्सलियों की धमकी के बीच ग्रामीण मतदाताओं में दिखा उत्साह, किया बढ़-चढ़कर मतदान
खासकर कांकेर लोकसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित भानुप्रतापपुर ,अंतागढ़, केशकाल और कांकेर विधानसभा में सुबह से ही ग्रामीण मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर मतदान किया है.
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View In Appवहीं कड़ी सुरक्षा के बीच नक्सल प्रभावित इलाके में दूसरे चरण का मतदान भी संपन्न हो चुका है. बताया जा रहा है कि जिन मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से रवाना किया गया था उन्हें भी वापस सुरक्षित लाने का दौर शुरू हो गया है.
इन अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार मतदान का प्रतिशत बढ़ा है, पुलिस अधिकारियों का दावा है कि कांकेर जिले के छोटे बेठिया के इलाके में कुछ दिन पहले 29 नक्सलियों के एनकाउंटर के बाद माओवादी संगठन इस इलाके में बैकफुट पर हैं, यही वजह है कि कांकेर लोकसभा सीट में शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न हुआ है.
कांकेर लोकसभा सीट में मतदान के दौरान मतदान केंद्रों से अलग-अलग तस्वीर निकलकर सामने आई, जिसमें मतदाताओं में मतदान को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला, एक तरफ जहां सरेंडर नक्सलियों ने पहली बार लोकसभा चुनाव में मतदान किया.
वहीं दूसरी तरफ विवाह समारोह के दौरान हल्दी रस्म के बीच दुल्हन मतदान करने पहुंची, इसके अलावा जिला निर्वाचन अधिकारी ने अपने परिवार समेत मतदान किया.
वर्तमान सांसद मोहन मंडावी से लेकर सभी VIझ सपरिवार पहुंच मतदान किया, खास बात यह रही कि शहरी इलाकों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर मतदान किया, और सुबह 6:00 बजे से लोकतंत्र के इस महापर्व में शामिल होने के लिए लंबी कतार में खड़े दिखाई दिए.
कांकेर शहर के कुछ मतदान केंद्रों को आकर्षक बनाने के लिए ईको मतदान केंद्र ,आदर्श मतदान केंद्र और संगवारी मतदान केंद्र भी बनाए गए थे, 50 हजार जवानों की सुरक्षा के बीच कांकेर लोकसभा में चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ.
लगभग सभी मतदान दलों की भी वापसी हो गई है, और देर शाम या शनिवार सुबह तक सभी मतदान दलों की वापसी हो जाने की आशंका निर्वाचन अधिकारी ने जताई है.
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