In Photos: 'कभी स्कूल नहीं गए छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा', जानें इस कद्दावर नेता के जीवन से जुड़ी ये 10 अहम बातें
छत्तीसगढ़ के कद्दावर नेताओं में से एक हैं आबकारी मंत्री और बस्तर के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा. वे अपनी बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं.
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View In Appकवासी लखमा सुकमा जिले के दरभा घाटी में कांग्रेस के काफिले पर 2013 के नक्सली हमले में जीवित बचे लोगों में से एक हैं.
इस हमले में राज्य के पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा और छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रमुख नंद कुमार पटेल और विद्या चरण शुक्ला सहित 27 से अधिक लोग मारे गए थे.
क्या आपको पता है कि कवासी लखमा कितने पढ़े-लिखे हैं. उन्होंने एक बार कहा था मैं स्कूल नहीं गया था और एक गरीब परिवार में पैदा हुआ था, लेकिन फिर भी भारत की सबसे बड़ी पार्टी ने मुझे चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया. व्यापारी वर्ग, गरीब और युवा सहित समाज के सभी वर्गों के लोग मुझे प्यार करते हैं.
आनंदीबेन पटेल राज्यपाल ने कवासी लखमा को मंत्री बनने पर मंत्री पद की शपथ दिलाई थी. कांग्रेस विधायक के हाथ में शपथ पत्र था, लेकिन उन्होंने उसे देखा नहीं और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपनी ओर से जो पढ़ा, उसे उन्होंने दोहराया. ऐसा इसलिए है क्योंकि लखमा बचपन में औपचारिक शिक्षा से वंचित थे और पढ़ना-लिखना नहीं जानते थे.
बयानों की बात करें तो हाल ही में कवासी लखमा ने कहा था कि जब तक वे जीवित हैं बस्तर में शराबबंदी नहीं होगी. थोड़ी थोड़ी शराब पीने से शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचता अगर ज्यादा शराब पी ली तो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है.
कवासी लखमा के लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि साल 2003 में उन्होंने बड़े अंतर यानी 51.54 फीसदी वोट से जीत हासिल की थी. उनका निर्वाचन क्षेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. वे नक्सलियों के साथ उनकी मूल भाषा में बातचीत करने में सक्षम हैं.
कवासी लखमा साल 1998 में पहली बार कोंटा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए थे, जब छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश का हिस्सा था. बाद में वे 2003, 2008, 2013 और 2018 में फिर से निर्वाचित हुए. यह पूछे जाने पर कि मंत्री के रूप में वह अपने कार्यकाल के दौरान फाइलों पर हस्ताक्षर कैसे करेंगे? लखमा ने कहा कि भगवान ने उन्हें बुद्धि दी है और वह इसका उपयोग करेंगे.
मंत्री बनने पर कवासी लखमा ने कहा था ईश्वर ने मुझे बुद्धि दी है और मैं पिछले 20 साल से विधानसभा का सदस्य हूं. मुझ पर कभी भी भ्रष्टाचार या बेईमानी का आरोप नहीं लगा. मुझे विश्वास है कि मैं एक मंत्री के रूप में अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभा पाऊंगा.
कवासी लखमा वर्तमान में छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री के रूप में सेवारत हैं, वे कोंटा से लगातार 5 बार विधायक भी चुने गए थे
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