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In Photos: छत्तीसगढ़ में इस जिले में बना 'मिनी गोवा', तस्वीरें खुद दे रहीं गवाही
![](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/13/c4e5cdbbd3c36c1aa26be5b136e913381657712852_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
(सूरजपुर के कोयला खदान को पर्यटन स्थल बनाया गाय)
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![छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में कोयला निकालने के बाद खुले छोड़ दिए गए जगह को जिला प्रशासन ने कायाकल्प कर पर्यटन स्थल बना दिया. इस पर्यटन स्थल की चर्चा राज्यस्तर पर होने लगी है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/13/5b6555c46b54b96879994102a4b2a7e455202.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में कोयला निकालने के बाद खुले छोड़ दिए गए जगह को जिला प्रशासन ने कायाकल्प कर पर्यटन स्थल बना दिया. इस पर्यटन स्थल की चर्चा राज्यस्तर पर होने लगी है.
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![इसके बाद पर्यटन केंद्र के कार्य में तेजी आई और सालभर में पर्यटन केंद्र को विकसित कर 2018 में इसका शुभारंभ किया गया. इस जगह को केनापारा पर्यटन केंद्र का नाम दिया गया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/13/225c652f802600d63435456f6016282428f4d.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इसके बाद पर्यटन केंद्र के कार्य में तेजी आई और सालभर में पर्यटन केंद्र को विकसित कर 2018 में इसका शुभारंभ किया गया. इस जगह को केनापारा पर्यटन केंद्र का नाम दिया गया.
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![पर्यटन स्थल पर ऐसी-ऐसी सुविधाएं विकसित कर दी गई है कि वहां घूमने पर गोवा की तरह ही एहसास होता है. जिसका लुफ्त उठाने हर दिन सैकड़ों लोग, परिवार, दोस्तों संग समय बिताने पहुंचते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/13/e836730199cf85e0164c2dfb54c9cf3343ab1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पर्यटन स्थल पर ऐसी-ऐसी सुविधाएं विकसित कर दी गई है कि वहां घूमने पर गोवा की तरह ही एहसास होता है. जिसका लुफ्त उठाने हर दिन सैकड़ों लोग, परिवार, दोस्तों संग समय बिताने पहुंचते हैं.
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![पर्यटन केंद्र केनापारा के पोखरी में सालभर हजारों फीट पानी भरा रहता है. जिसमें सैर करने के लिए वोटिंग की सुविधा है. यहां एक फ्लोटिंग रेस्टोरेंट है, जो पानी के ऊपर और बिल्कुल बीचों बीच स्थित है और तैरता हुआ है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/13/56bc708c5ebfe3fb7e83caf5618f9b5bd10d1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पर्यटन केंद्र केनापारा के पोखरी में सालभर हजारों फीट पानी भरा रहता है. जिसमें सैर करने के लिए वोटिंग की सुविधा है. यहां एक फ्लोटिंग रेस्टोरेंट है, जो पानी के ऊपर और बिल्कुल बीचों बीच स्थित है और तैरता हुआ है.
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![कभी कोयला की धूल, मिट्टी की वजह से जिस जगह को कोई झांकने तक नहीं पहुंचता था. अब उस जगह को लोग मिनी गोवा के नाम से जानते है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/13/8536bcc82274c5e5e950b50b946beca51645d.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
कभी कोयला की धूल, मिट्टी की वजह से जिस जगह को कोई झांकने तक नहीं पहुंचता था. अब उस जगह को लोग मिनी गोवा के नाम से जानते है.
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![जिला प्रशासन ने बंद खदान की पोखरी को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किए जाने के लिए रोडमैप तैयार किया और एसईसीएल बिश्रामपुर से सहयोग मांगा. तब एसईसीएल ने सीएसआर मद से 2 करोड़ 85 लाख रुपए का सहयोग जिला प्रशासन को दिया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/13/ad592151bdf472615dbf295d3afb02c44f192.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
जिला प्रशासन ने बंद खदान की पोखरी को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किए जाने के लिए रोडमैप तैयार किया और एसईसीएल बिश्रामपुर से सहयोग मांगा. तब एसईसीएल ने सीएसआर मद से 2 करोड़ 85 लाख रुपए का सहयोग जिला प्रशासन को दिया.
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![एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र की जयनगर स्थित क्वारी नंबर 5, 6 से सैकड़ों टन कोयला उत्पादन किया गया. इसके बाद एसईसीएल ने उसे ऐसे ही छोड़ रखा था. धीरे-धीरे कोयला खदान में पानी एकत्रित होता गया. जिसे स्थानीय भाषा में पोखरी कहा जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/13/2de4cefa0c444bef90ce5f3e7f494ae6ff761.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र की जयनगर स्थित क्वारी नंबर 5, 6 से सैकड़ों टन कोयला उत्पादन किया गया. इसके बाद एसईसीएल ने उसे ऐसे ही छोड़ रखा था. धीरे-धीरे कोयला खदान में पानी एकत्रित होता गया. जिसे स्थानीय भाषा में पोखरी कहा जाता है.
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![कुछ दिनों बाद जगह पर जिला प्रशासन की नजर पड़ी. तब तत्कालीन सूरजपुर कलेक्टर केसी देवसेनापति ने खदान की गहरी खाई को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का प्लान बनाया और 2017 में इसकी नीव रखी गई.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/13/5cbd4a2d12f8bc6f3db5f52d03d6634152336.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
कुछ दिनों बाद जगह पर जिला प्रशासन की नजर पड़ी. तब तत्कालीन सूरजपुर कलेक्टर केसी देवसेनापति ने खदान की गहरी खाई को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का प्लान बनाया और 2017 में इसकी नीव रखी गई.
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![इस रेस्टोरेंट में कई तरह के लजीज व्यंजन का लुफ्त उठाया जा सकता है. रेस्टोरेंट तक जाने के लिए स्ट्रीमर वोट साधन है. जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. लोग बोट के माध्यम से पूरे पर्यटन केंद्र की सैर कर सकते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/13/01166f32aed7e3927fd02ef77cba5e1b4f3bf.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इस रेस्टोरेंट में कई तरह के लजीज व्यंजन का लुफ्त उठाया जा सकता है. रेस्टोरेंट तक जाने के लिए स्ट्रीमर वोट साधन है. जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. लोग बोट के माध्यम से पूरे पर्यटन केंद्र की सैर कर सकते हैं.
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![वर्तमान में केनापारा पर्यटन केंद्र में पर्यटकों के लिए ज्यादा से ज्यादा सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. स्थल पर राज्यभर के अलग-अलग जगहों से लोग देखने आते है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/13/1e38779f182bbe0e648af33eec044f5f62344.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
वर्तमान में केनापारा पर्यटन केंद्र में पर्यटकों के लिए ज्यादा से ज्यादा सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. स्थल पर राज्यभर के अलग-अलग जगहों से लोग देखने आते है.
Published at : 13 Jul 2022 05:38 PM (IST)
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