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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
IN Pics: न्यू ईयर सेलिब्रशन के लिए रकसगंडा वाटरफॉल है खास, झरने के बीच बिताएं सर्दियों की छुट्टियां
क्रिसमस और नए साल के नजदीक आते ही छत्तीसगढ़ के पर्यटन और धार्मिक स्थलों में लोगों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई. लोग पुराने साल की विदाई खुशी-खुशी करें इसलिए प्राकृतिक सौंदर्य के बीच पहुंचकर एक खुशनुमा समय व्यतीत कर रहे हैं. वहीं नव वर्ष में सबकुछ मंगलमय हो, इसलिए श्रद्धालु धार्मिक स्थलों में भी पहुंचकर खुशहाली की मनोकामनाएं मांग रहे हैं. सूरजपुर जिले के पर्यटन स्थल भी इन दिनों पर्यटकों से गुलजार हो रहे हैं.
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View In Appजिले के अंतिम छोर पर स्थित रकसगंडा वॉटरफॉल में इन दिनों दूर दूर से लोगों का पहुंच रहे हैं और यहां पिकनिक, पार्टियां कर रहे हैं. इस ठंड के मौसम में सूरजपुर के प्रमुख पर्यटन स्थल रकसगंडा वाटरफॉल को निहारने सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. रकसगंडा वाटरफॉल जिला मुख्यालय सूरजपुर से 120 किलोमीटर दूर नवगई गांव में रेण नदी पर स्थित है. यह ओडगी ब्लॉक के अंतर्गत आता है और जिले के अंतिम छोर पर स्थित है. इस वाटरफॉल के नजदीक ही मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का बॉर्डर है. इस वजह से दूसरे प्रदेश से भी सैकड़ों लोग यहां पहुंच रहे हैं.
बता दें कि रकसगंडा वाटरफॉल रेण नदी पर बनता है और लगभग 50 फीट की ऊंचाई से गिरता है. वॉटरफॉल के आसपास काफी ज्यादा संख्या में अलग-अलग आकृति के पत्थरों का समूह है. जिसमें बैठकर वॉटरफॉल के ऊंचाई से गिरते पानी का खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है. इसके साथ ही पर्यटकों के लिए यहां रुकने, बैठने की सुविधा है. पर्यटन विभाग की तरफ से पर्यटकों के लिए सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है.
रकसगंडा वॉटरफॉल चांदनी-बिहारपुर वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत आता है, इसलिए इस क्षेत्र में वनों की अधिकता है. इसके चारों तरफ हरियाली से लदे पहाड़ नजर आते है, जिसकी प्राकृतिक सुंदरता यहां सैर सपाटे के लिए पहुंचने वालों को ठहरने के लिए मजबूर कर देती है. अब साल 2022 को खत्म होने में कुछ ही दिन बचे हैं. ऐसे में परिवार, दोस्तों संग एक अच्छा समय बिताने, पिकनिक, पार्टी के लिए रकसगंडा वाटरफॉल को खूब पसंद किया जा रहा है. हर दिन पिकनिक मनाने के लिए लोग इस वॉटरफॉल के पास पहुंच रहे है.
बता दें कि रकसगंडा वाटरफॉल पर नववर्ष के मौके पर हजारों की संख्या में भीड़ होती है, लेकिन इस बार नए साल के पहले ही लोगों का हुजूम उमड़ना शुरू हो चुका है. यहां हर दिन दूर-दूर से 200 से ज्यादा पर्यटक वाटरफॉल के पास घूमने, पिकनिक मनाने के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं नववर्ष में भीड़ बढ़ने की संभावना को देखते हुए सूरजपुर एसपी रामकृष्ण साहू ने पर्यटन स्थलों में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं.
रकसगंडा वाटरफॉल के आस-पास विशेष संरक्षित जनजाति पंडो निवास करते हैं, जो तीर-धनुष लेकर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. वाटरफॉल तक बस, बाइक, कार या प्राइवेट ट्रांसपोर्ट से आसानी से पहुंचा जा सकता है. यह जगह सर्दी और गर्मी के मौसम में घूमने लायक उपयुक्त है, लेकिन बरसात के समय नदी में ज्यादा पानी भरने से झरना के पास पहुंचना मुश्किल होता है.
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