'आज के दिन व्रत रखने पर बरसती है महादेव की कृपा, सावन के सोमवारी पर दिल्ली के इस मंदिर में उमड़ी भीड़
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित माना जाता है. शिव भक्तों के लिए पावन महीने का हर दिन खास होता है. कहा जाता है कि सावन में भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है. सावन का महीना महादेव की पूजा और जलाभिषेक के लिए खास होता है.
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View In Appहिंदू धर्म में सावन सोमवार का विशेष महत्व है. सावन के तीसरे सोमवार पर शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है. बड़ी संख्या में कांवड़ियों के अलावा श्रद्धालु नीलकंठ महादेव की पूजा-अर्चना और जलाभिषेक करने पहुंच रहे हैं. पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी स्थित प्रसिद्ध प्राचीन शिव मंदिर में आज सुबह से कांवड़ियों और श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है.
दिल्ली के बाहर से भी कांवड़िए और श्रद्धालु महादेव का दर्शन और जलाभिषेक करने पहुंच रहे हैं. मंदिर में स्थापित महादेव की 51 फीट ऊंची, चार भुजाओं वाली प्रतिमा आकर्षण का केंद्र है. श्रद्धालु महादेव की भव्य प्रतिमा को देखकर मंत्रमुग्ध नजर आए.
70 साल पुराने शिव मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की अटूट आस्था है. पुजारी पंडित नितेश शुक्ला बताते हैं कि दिल्ली का इकलौता मंदिर है, जहां डेढ़ क्विंटल का पारद शिवलिंग और 61 फीट ऊंची महादेव की प्रतिमा स्थापित है. उन्होंने बताया कि आम दिनों में भी भक्तों की भीड़ लगी रहती है.
सावन महीने, खास तौर पर आज सोमवार के दिन सुबह से भक्तों की लंबी लाइन लगी हुई है. उन्होंने ने बताया कि सावन के तीसरे सोमवार की शुरुआत रुद्राभिषेक के साथ हुई. मान्यता है कि सोमवार के दिन व्रत और पूजा से महादेव की प्रसन्नता जल्दी प्राप्त होती है.
शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा और श्रीफल चढ़ा कर धूप, दीप, फल और फूल से पूजा करने के बाद दूध और गंगाजल से श्रद्धालु महादेव का अभिषेक कर रहे हैं. सनातन धर्म में श्रावण मास की महिमा का वर्णन किया गया है. मान्यता है कि आज के दिन व्रत रखने और पूजा-अर्चना करने से महादेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. आज के दिन महिलाएं-युवतियां सोमवारी व्रत रख कर भगवान भोलेनाथ की कथा का भी पाठ करती हैं.
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