Delhi: ललित कला एकेडमी में सेवेंथ डायमेंशन प्रदर्शनी, चित्रकारी-कलाकृतियों से नहीं हटेगी नजर
भारत अपने समृद्ध कलाकृतियों और चित्रकारी के लिए दुनिया में एक अलग स्थान रखता है. भारतीय कलाकारों ने अपनी अद्भुत क्षमता से पूरे विश्व को हमेशा से ही प्रभावित किया है, जिसका उदाहरण हम आज भी अनेक जगहों और आयोजनों में देखते हैं. दिल्ली के मंडी हाउस स्थित रविंद्र भवन के ललित कला एकेडमी में 7 दिवसीय सेवंथ डायमेंशन प्रदर्शनी का आयोजन 14 नवंबर से 20 नवंबर तक किया जा रहा है.
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View In Appइसमें देशभर के कलाकारों द्वारा तैयार की गई उनकी चित्रकारी और कलाकृतियों को इस हॉल में रखा गया है. इसे देखने के लिए दिल्ली ही नहीं बल्कि दूर-दराज से भी लोग आ रहे हैं और इसे देखकर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. इस प्रदर्शनी में लगी विभिन्न चित्रकारी और मूर्तियों के अनेक मायने देखे जा सकते हैं जिसमें सामाजिक बदलाव के साथ राष्ट्रीयता और भविष्य चिंतन जैसे मुख्य विषय शामिल हैं.
7th डाइमेंशन प्रदर्शनी में भारत की समृद्ध विरासत में से एक कोलकाता राज्य को चित्रकारी के रूप में दर्शाया गया, जिसे देखकर आने वाले दर्शक काफी उत्साहित नजर आए. इस चित्रकारी में कोलकाता के बदलते दौर के साथ उसकी पहचान विक्टोरिया मेमोरियल सहित वहां की यातायात व्यवस्था का उल्लेख है. कोलकाता भारत के समृद्ध राज्यों में से एक जाना जाता था, जहां की राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था पूरे देश को प्रभावित करती थी.
मंडी हाउस स्थित सेवंथ डायमेंशन प्रदर्शनी में भारत के प्रमुख सनातन धार्मिक पर्यटन क्षेत्रों का भी उल्लेख किया गया है. इस अदभुत प्रदर्शनी में वाराणसी के घाट और हरिद्वार के घाट को बहुत ही खूबसूरती के साथ दर्शाया गया है. इस मूर्ति में बनारस-हरिद्वार की पहचान के रूप में घाट का चित्रण किया गया. वहीं आज के समय में सनातन धार्मिक पर्यटन क्षेत्रों का महत्व बढ़ गया है.
प्रथम तल पर लगे इस प्रदर्शनी में हिंदू देवी-देवताओं और योद्धाओं की विभिन्न मूर्तियों को रखा गया है जिसमें भगवान श्री कृष्ण, भगवान गणेश, अर्जुन, गौतम बुद्ध सहित कई महापुरुषों की मूर्तियां लगी हैं. यहां लगी मूर्तियां भारत की पौराणिक विरासत को दर्शा रही है.
इस प्रदर्शनी में पहले तल पर लगे ड्रीम सीरीज की चित्रकारी भी लोगों को काफी प्रभावित कर रही है, खासतौर पर बच्चों को. वर्तमान समय में लोगों की मानसिकता, समाज की रूपरेखा, काल्पनिक विचारों को कनवास पर उतारा गया है. यह पूरी तरह से सपनों और लोगों के हाव भाव पर आधारित है.
इस प्रदर्शनी में राष्ट्रीयता और देशभक्ति के भी रंग को देखा जा सकता है जिसमें भारतीय सैनिकों और देश के त्याग बलिदान को अद्भुत तरीके से दर्शाया गया है. इस प्रदर्शनी में शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा पर आधारित चित्रकारी बच्चों को प्रेरित कर रही है.
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