In Pics: बदरपुर में गैस लीकेज से हादसा..., एक के बाद एक फटे 20 सिलेंडर, तस्वीरों में देखें मंजर
आग लगने के कारण एक के बाद एक करके वहां रखे 20 सिलेंडर फट गए और लोग खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आ रहे थे. घटना की सूचना मिलते ही दमकल की आधा दर्जन गाड़ियां मौके पर पहुंच कर आग को बुझाने के काम मे लग गयी और 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. राहत की बात यह रही की इस घटना में किसी के जान का कोई नुकसान नहीं हुआ. घटना की वजह से मथुरा रोड पर लंबा जाम लग गया और तकरीबन दो घंटे तक लोग जाम में फंसे रहे और यातायात पूरी तरह से बाधित रहा.
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View In Appथाना अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक मटकी वाली गली में कालू का दो मंजिला मकान है. जिसके ग्राउंड फ्लोर पर बनी दुकान को उसने किराये पर दे रखी है. दुकान चलाने वाला शख्स गैस रिफिलिंग का काम करता है. उसकी दुकान में लगभग 30 छोटे सिलेंडर रखे थे. वीरवार की शाम करीब छह बजे दुकान में रखे एक छोटे सिलेंडर से गैस लीक होने लगी. इसी दौरान दुकान में बिजली के तारों में चिंगारी उठी, जिस कारण वहां आग लग गयी. जो वहां रखे सिलेंडरों को भी अपने चपेट में लेने लगी और एक के बाद एक सिलेंडर फटने लगे और आग ने विकराल रूप ले लिया.
सिलेंडर धमाके के साथ दूर जाकर गिरे. कई सिलेंडर बिजली के खंभे पर जाकर लगे और उसमें लगी आग के कारण बिजली के तारों में भी आग लग गयी. इस कारण बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई और इलाके में अंधेरा छा गया. अंधेरा होने के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था. वहीं, कई सिलेंडर कॉलोनी के घरों और दरवाजों से जा टकराये. जिसके चलते घरों के बाहर खड़े वाहनों में भी आग लग गई और कई बाइक- कार क्षतिग्रस्त हो गए.
सिलेंडरों के फटने के कारण आग की लपटें दुकान के ऊपर पहली मंजिल के बाद दूसरी मंजिल तक पहुंच गई. जहां रह रहे किराएदार भी दहशत में आ गए. किसी तरह अपने घरों से निकलकर उन्होंने अपनी जान बचाई. आग लगने के बाद भीषण धुआं होने से लोगों को देखने के सस्थ सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी. हालांकि, आग की सूचना पर तुरंत ही पुलिस और दमकल विभाग की 7 गाड़ियां मौके पर पहुंची. जिन्होंने दो घंटे की मशक्कत के बाद रात आठ बजे आग पर काबू पाया.
पुलिस ने इस मामले में दुकानदार के खिलाफ मामल दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक इस मामले में दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
बताया जा रहा है कि गैस रिफिलिंग का काम करने वाला दुकानदार पिछले दो वर्षों से रिफिलिंग का काम कर रहा था. इससे पहले वह वहीं पर परचून की दुकान चलाता था, लेकिन मोटा मुनाफा कमाने की लालच में उसने गैस रिफिलिंग का काम शुरू कर दिया था. जिसकी भनक न तो पुलिस को लगी और न ही संबंधित विभाग ने ही इसकी सुध ली.
मकान मालिक भी इसे लेकर लापरवाह बना रहा. पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी दुकानदार परचून की दुकान में नुकसान के बाद हजारों लोगों की जान की परवाह किये बगैर, अवैध रूप से सिलेंडरों में एलपीजी रीफिलिंग का काम करने लगा था. हैरान करने वाली बात यह है कि दो साल से रिहायशी इलाके में अवैध रूप से रीफिलिंग हो रही थी, लेकिन इस पर संबंधित विभागों की तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
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