In Pics: इंद्रप्रस्थ के राज से कब उठेगा पर्दा, आजादी के बाद पांचवी बार होगी खुदाई, जानिए- क्या तलाश रहा ASI?
पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ से पर्दा उठाने के लिए पुराना किले में फिर से खुदाई फिर शुरू होने वाली है. सोमवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने पुराने किले में फिर से खुदाई शुरू करेगी. आजादी के बाद से यह पांचवां प्रयास है.जब इस मामले से पर्दा उठाने के लिए खोदाई शुरू की गई है.
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View In Appइस प्रोजक्ट को एएसआइ के वरिष्ठ अधिकारी वसंत स्वर्णकार के नेतृत्व में किया जा रहा है.स्वर्णकार की अगुवाई में साल 2013-4, 2017-18 में भी खुदाई की गई थी. इससे पहले साल 1969--73 के दौरान पद्म विभूषण बीबी लाल की अगुवाई में पुराने किला में खुदाई हुई थी.
इंद्रप्रस्थ में ये खुदाई अगले हफ्ते से शुरू होगी. लेकिन खुदाई से पहले इस साइट पर साफ-सफाई की जा रही है. इतना ही नहीं एएसआइ वसंत स्वर्णकार के सामने इस पूरी साइट का निरिक्षण किया गया. इसके साथ ही जहां खुदाई शुरू होनी है उस एरिया को भी चिन्हित कर लिया गया है.
इससे पहले भी पुराने किले में इंद्रप्रस्थ के राज से पर्दा उठाने के लिए चार बार खुदाई की जा चुकी है. अब पांचवी कोशिश के तहत एक बार फिर अगले हफ्ते से यहां खुदाई शुरू की जाएगी. इससे पहले चारों बार की खुदाई में यहां पुराने टेराकोटा के खिलौने काले रंग की चित्रकारी वाले मिट्टी के बर्तन मिले थे.
यहां हुई खुदाई में जो चीजें मिली कुछ ऐसी ही वस्तुएं महाभारत से जुड़ी कहानियों वाली जगहों पर भी मिली थी. इसने इस यकिन को पुख्ता करने में सहायता कि थी उस काल में इंद्रप्रस्थ ही पांडवों की राजधानी थी. इस बार देखना होगा कि यहां खुदाई में कोनसी चीजें निकलकर सामने आती हैं.
इससे पहले जब इस क्षेत्र में खुदाई हुई थी तो यहां मौर्य काल के कुछ सबूत पाए गए थे.हालांकि अभी इसकी जांच होनी बाकी है. लेकिन खुदाई के बाद मिली वस्तुओं को देखने के बाद ये बात कही जानें लगी थी की यहां हजारों साल पहले भी लोग आधुनिक सुविधाओं के साथ रहते थे.
वहीं पिछली बार की खुदाई में इंद्रप्रस्थ के राज से पर्दा नहीं उठ पाया था. पर इस बार उमीद की जा रही है कि पुराने किले में पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से की जाने वाली इस खुदाई में पाडंवों की राजधानी के यहां होने के सबूत मिल सकते हैं.
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