Delhi Rains: तस्वीरों में देखें यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद कैसे हैं दिल्ली के हालात?
दिल्ली सरकार के मंत्रियों-आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने यमुना नदी का जलस्तर 207.83 मीटर पर पहुंचने के मद्देनजर राहत उपायों का जायजा लिया. इससे पहले यमुना नदी में 45 साल पूर्व जलस्तर 207.49 मीटर पर पहुंच गया था. राहत एवं बचाव अभियानों की तैयारी का आकलन करने के लिए राजस्व मंत्री आतिशी ने मयूर विहार और मिलेनियम डिपो में बाढ़ राहत शिविरों का दौरा किया तथा प्रभावित लोगों से बातचीत की.
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View In Appयमुना नदी के आसपास के इलाकों में बने मकान और बाजारों में पानी घुसने के कारण हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है. बाढ़ जैसे हालात के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में बुधवार को धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी.
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने यमुना के बढ़ते जलस्तर को लेकर गुरुवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक बुलाई है. सक्सेना ने यमुना नदी का निरीक्षण करते हुए कहा कि NDRF के कर्मियों को तैनात किया गया है और निचले इलाकों में रहने वाले सभी लोगों को निकाला जाएगा. सक्सेना ने उम्मीद जताई कि अगले कुछ दिनों में यमुना का जलस्तर कम हो जाएगा क्योंकि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा जाना कम हो गया है.
आतिशी ने कहा, ‘बाढ़ प्राकृतिक आपदा है लेकिन बतौर सरकार प्रभावित लोगों की सहायता करना और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है. इस संबंध में हमने खादर क्षेत्र के लोगों के लिए राहत शिविर लगाये हैं. इन शिविरों में रहने, खाने-पीने और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई गयी हैं. दिल्ली के छह जिलों में करीब 2500 शिविर लगाये गये हैं.
जल स्तर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुचने के बाद, केजरीवाल ने केंद्र सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया कि यमुना का जलस्तर और न बढ़े. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में, केजरीवाल ने अनुरोध किया, ‘यदि संभव हो तो हरियाणा में हथिनीकुंड बैराज से पानी सीमित गति में छोड़ा जाए.’
दिल्ली में बुधवार को यमुना नदी का जलस्तर रिकॉर्ड 207.71 मीटर पर पहुंच गया. इससे पहले 1978 में नदी का जलस्तर 207.49 मीटर पहुंचने का रिकॉर्ड था. यमुना के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण नदी किनारे स्थित कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक आपात बैठक बुलायी.
लगातार हो रही बारिश और हरियाणा की ओर से छोड़े जा रहे पानी के कारण यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली यातायात पुलिस ने परामर्श जारी किया है. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बुधवार को सीआरपीसी की धारा-144 लागू कर दी है. रुक-रुककर हो रही बारिश को देखते हुए विमान परिचालन कंपनियों ने यात्रियों के लिए अतिरिक्त समय लेकर चलने की सलाह दी है.
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