Millet Food Festival: PM मोदी ने सांसदों के साथ संसद में चखा बाजरे से बनी स्पेशल डिशेज का स्वाद, देखें तस्वीरें
दिल्ली में मंगलवार को 'इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स' के मौके पर संसद भवन परिसर में मिलेट्स (बाजरा) स्पेशल भोज का आयोजन किया गया. खास भोज में पीएम मोदी समेत तमाम सांसदों ने मोटे अनाज से बनी स्पेशल डिशेज का स्वाद लिया.
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View In Appडिशेज के स्वाद को पीएम मोदी समेत लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों ने सराहा. मिलेट्स भोज कार्यक्रम का आयोजन कृषि मंत्रालय की ओर से किया गया था. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के मार्गदर्शन में बाड़मेर की टीम ने बाजरा से बनी स्पेशल डिशेज को तैयार किया था.
मंगलवार को कृषि मंत्रालय की ओर से संसद भवन में मिलेट्स भोज परोसा गया. मिलेट्स (ज्वार, बाजरा और रागी जैसे पोषक मोटे अनाज) में भी खास तौर पर मारवाड़ क्षेत्र के मुख्य खाद्यान्न बाजरा से विभिन्न प्रकार का पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किया गया.
बाजरे से बनी अलग-अलग डिशेज का स्वाद चखने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम सांसदों और कैबिनेट सदस्यों ने केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और बाड़मेर टीम के प्रयासों की सराहना की.
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि संसद भवन में आज राजस्थान प्रदेश की झलक देख कर रोमांचित हूं और भावुक भी हूं. बचपन से बाजरे की रोटी को हम दैनिक आहार के रूप में ग्रहण करते आए हैं.
मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि हमारा भोजन पौष्टिकता और स्वाद के लिए विश्व में पहचान बना रहा है. धन्य है हमारी धरती, हमारी माताएं सदियों से गुणकारी आहार खिलाकर हमें स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखती हैं.
साल 2023 को 'अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष' घोषित किया गया है. मार्च 2021 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारत की ओर से दिए गए प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया था. भारत के प्रस्ताव पर साल 2023 को 'अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष' घोषित किया गया है.
दुनिया के 70 से अधिक देशों ने प्रस्ताव का समर्थन किया है. मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश-दुनिया तक मिलेट्स (मोटा अनाज) पहुंचाना हम सभी की सहभागिता से संभव है.
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