Waste To Art Park: दिल्ली वालों के लिए खुला एक वेस्ट टू आर्ट पार्क, अब इस जगह भी घूम सकेंगे आप, यहां देखें खास तस्वीरें
रोजमर्रा की जिंदगी में कंस्ट्रक्शन साइट और ऑटोमोबाइल के जिन स्क्रैप (धातु के कबाड़) को लोग फेंक देते हैं, उन्हीं स्क्रैप का इस्तेमाल कर 'वेस्ट टू आर्ट पार्क' (कबाड़ से कला) को विकसित किया गया है. जिसमें अपशिष्ट धातुओं के कबाड़ से बनी कलाकृतियों को स्थापित किया है.
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View In Appललित कला अकादमी के सहयोग से उन कबाड़ों को इतना खूबसूरत स्वरूप दिया गया है, की उसे देखते ही लोगों का मन मोहित हो जाता है. कौटिल्य मार्ग पर नई दिल्ली नगर पालिका परिषद द्वारा ललित कला अकादमी के कलाकारों द्वारा विकसित किये गए 'वेस्ट टू आर्ट पार्क' का दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आधिकारिक रूप से शुभारंभ कर दिल्ली की जनता को समर्पित किया.
कैनेडियन बीवर, टर्किश रेडविंग, जापानी ग्रीन तीतर, दक्षिण अफ़्रीकी स्प्रिंगबॉक, जर्मनी ईगल, इंडोनेशियाई कोमोडो ड्रैगन, फ्रेंच गैलिक रोस्टर और अर्जेंटीना प्यूमा भी इनमें शामिल है.
उपराज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी को चमकाने के लिए सभी ने मिल कर प्रयास किये. यह खूबसूरत पार्क उस दिशा में किये गए प्रयास का ही परिणाम है. यह पार्क दिल्ली वासियों के लिए एक अनमोल उपहार है. उन्होंने कहा कि अब तक दिल्ली एक उपेक्षित शहर रहा है और अब इसे नए विषयों और चीजों के माध्यम से सुंदर बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
बता दें कि NDMC ने ललित कला अकादमी के 25 प्रसिद्ध राष्ट्रीय कलाकारों के सहयोग से 9 से 10 सितंबर, 2023 तक नई दिल्ली जिले में आयोजित होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों की भागीदारी के सम्मान में उनके जानवरों और पक्षियों की स्क्रैप धातु से बनी 22 कलाकृतियां स्थापित की हैं.
G-20 शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' (वसुधैव कुटुंबकम) की थीम पर आधारित कलाकृतियां आगंतुकों के लिए खोली जा रही हैं. पार्क में स्थापित की गई प्रत्येक कलाकृतियों को हाथों से बनाया गया है.
यह इस तथ्य का प्रमाण है कि कचरे को सौंदर्यपूर्ण और सार्थक तरीके से कलात्मक वस्तुओं में बदला जा सकता है. कलाकारों ने इस कलाकृति की हस्तकला के लिए लोहे की छड़ें, ऑटोमोबाइल पार्ट्स, धातु की प्लेटें, तार-जाल, रिम, चेन, बेयरिंग बॉल और अन्य कबाड़ सामग्री का उपयोग किया है.
इस परियोजना को स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के तहत रिड्यूस, रियूज और रिसाइकल (3R) की पहल के हिस्से के रूप में भी शामिल किया गया है.
इस पार्क में प्रदर्शित पक्षियों और जानवरों में भारतीय मोर, अमेरिकी बाइसन, ब्राजीलियाई जगुआर, चीन से लाल-मुकुट वाली क्रेन, सऊदी अरब ऊंट, कोरियाई मैगपाई, ऑस्ट्रेलियाई कंगारू, रूसी भूरा - भालू, मैक्सिकन गोल्डन-ईगल, ग्रेट ब्रिटेन का शेर, इतालवी गौरैया शामिल हैं.
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