Jamshedpur Plane Missing: जमशेदपुर में ट्रेनी एयरक्राफ्ट का नहीं मिला सुराग, NDRF के हाथ अब तक खाली
झारखंड के जमशेदपुर में ट्रेनिंग के लिए उड़े एयरक्राफ्ट को लापता हुए 24 घंटे से ज्यादा हो गया है, लेकिन अभी तक उसका कुछ पता नहीं चल सका है. बताया जा रहा है कि आखरी बार एयरक्राफ्ट का सिग्नल चांडिल क्षेत्र में मिला था. हालांकि, जमशेदपुर प्रशासन और सरायकेला जिला प्रशासन एयरक्राफ्ट और उसके पायलटों की तलाश में जुटी है.
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View In Appवहीं लगातार मिल रही सूचनाओं के आधार पर एयरक्राफ्ट के क्रैश होने का अनुमान लगाया जा रहा है. फिलहाल झारखंड के सरायकेला जिले से लेकर पश्चिम बंगाल के पुरूलिया जिले तक किसी भी जंगल में एयरक्राफ्ट का मलबा बरामद नहीं हुआ है.
एनडीआरएफ की टीम चांडिल डैम में रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है, लेकिन अभी तक कुछ भी पता नहीं चला है. वहीं एनडीआरएफ के सर्च अभियान के बाद अब इंडियन नेवी और चीता फोर्स की सहायता मांगी गई है.
चांडिल डैम हजारों एकड़ में फैला हुआ है, जो इस समय बारिश के चलते लबालब भरा हुआ है. वहीं ग्रामीणों की बात मानें तो चांडिल डैम की मौजूदा हालात को देखकर लगता है कि एयरक्राफ्ट को ढूंढना आसान नहीं होगा.
बताया जा रहा कि एनडीआरएफ की टीम के पास सोनार सिस्टम नहीं है, जिसे ज्यादातर मामलों में पानी के अंदर ढूंढने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. वहीं अगर टीम की मानें तो उनके जवानों के द्वारा डाइविंग कर एयरक्राफ्ट को खोजने का प्रयास किया जा रहा है. सोनार सिस्टम ज्यादातर समुद्र के मामलों में इस्तेमाल किए जाते हैं.
वहीं अब यह भी सवाल उठ रहा है कि आखिर ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एयरक्राफ्ट में ऐसी क्या खराबी थी, जिससे यह हादसा हुआ. ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि ट्रेनिंग में दिए जाने वाले एयरक्राफ्ट में सभी सुविधाएं होती हैं. खासकर जीपीएस सिस्टम होता है.
बता दें विमान में इंस्ट्रक्टर कैप्टन जीत सतारु हैं, जो पटना के रहने वाले हैं. उनके साथ ट्रेनी पायलट शुभ्रोदीप दत्ता आदित्यपुर इच्छापुर बस्ती के रहने वाले हैं. वहीं अलकेमिस्ट विमान के पदाधिकारी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं.
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