Mahakal Sawari 2024: बाबा महाकाल की सवारी अब और ज्यादा होगी भव्य, 350 पुलिस जवानों का बैंड देगा प्रस्तुति
बैंड के द्वारा प्रस्तुत मधुर धुनों से सवारी में उत्साह, उमंग और आकर्षण कई गुना बढ़ जाएगा. इसके लिए मध्यप्रदेश की सभी पुलिस इकाइयों में पुलिस के जवानों को 6 माह का प्रशिक्षण दिया गया है.
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View In Appइसके साथ ही पुलिस बैंड द्वारा क्षिप्रा तट पर पूजन के समय दत्त अखाड़ा घाट पर भी विशेष प्रस्तुति दी जाएगी. बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आदेश पर हर जिले में पुलिस बैंड की स्थापना कर इच्छुक पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें बैंड में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए थे.
मध्य प्रदेश पुलिस के गौरवशाली इतिहास का एक महत्वपूर्ण पहलू मध्यप्रदेश पुलिस बैंड रहा है. मध्य प्रदेश पुलिस बैंड की स्थापना वर्ष 1988 में 7वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र बल भोपाल में की गई थी.
इसके बाद प्रथम वाहिनी इंदौर, दूसरी वाहिनी विशेष सशस्त्र बल (विसबल) ग्वालियर 6वीं वाहिनी विसबल जबलपुर और जेएनपीए सागर में पुलिस बैंड की शाखाओं को खोला गया था. वर्तमान में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर एवं उज्जैन की विसबल इकाइयों में ब्रास बैंड तथा रीवा इकाई में पाइप बैंड स्थापित है.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर 6 माह के प्रशिक्षण के बाद अब प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस बैंड की स्थापना की गई है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा सभी जिलों में स्थापित पुलिस बैंड में विधिवत रूप से भर्तियां किए जाने की भी घोषणा की है.
प्रत्येक जिले में पुलिस बैंड की स्थापना के लिए प्रथम वाहिनी विसबल इंदौर, 6 वीं वाहिनी विसबल जबलपुर एवं 7वीं वाहिनी विसबल भोपाल के 321 जवानों को प्रशिक्षण दिया गया.
इसी के साथ 19 कर्मचारियों को एसटीसी बैंगलुरू भेजा गया था. इस प्रकार कुल 340 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण उपरांत मध्यप्रदेश में आगामी 15 अगस्त 2024 के राष्ट्रीय पर्व के लिए समस्त जिलों में पुलिस बैंड दल स्थापित किया गया.
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