उज्जैन में 134 साल पुराने कॉलेज की बदलेगी तस्वीर, पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस बनने पर क्या होगा लाभ?
मध्य प्रदेश के 53 कॉलेज पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस बन गए हैं. अब 1 जुलाई से उनकी औपचारिक शुरुआत होने जा रही है, जिसे लेकर मध्यप्रदेश सरकार बड़े पैमाने पर तैयारी कर रही है. ऐसा माना जा रहा है कि पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस शिक्षा का स्तर ही नहीं सुधारेंगे बल्कि रोजगार के साधन भी उपलब्ध कराएंगे.
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View In Appउज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय अंतर्गत आने वाले 134 साल पुराने माधव महाविद्यालय को भी पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस में शामिल कर लिया गया है. कॉलेज के प्राचार्य जेएल बरमैया ने बताया कि माधव कॉलेज में सभी व सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है जो कि पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस में शामिल की गई है.
उन्होंने बताया कि सारे टॉयलेट्स रिनोवेट कर दिए गए हैं. इसके अलावा टेबल, कुर्सी, पंखे, लाइट सहित तमाम सुविधाओं को अच्छे ढंग से उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि विद्यार्थियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना आए.
उज्जैन का माधव कॉलेज राजनीति का अखाड़ा भी माना जाता है प्रदेश के कई बड़े नेता इसी कॉलेज में पढ़ाई कर निकले हैं. प्रोफेसर हरभजन सिंह हत्याकांड के बाद यह कॉलेज मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में सुर्खियों में आया था.
अब इस कॉलेज को पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस बना दिया गया है. 1 जुलाई से यहां पर अलग प्रकार का शिक्षा का माहौल दिखाई देने वाला है. इस माधव कॉलेज में अभी भी 5 हजार 500 विद्यार्थी अध्यनरत है.
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