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Pashupatinath Mahadev Temple: मध्यप्रदेश के इस मंदिर में हैं महादेव की अष्टमुखी प्रतिमा, प्रतिमानदी से निकलकर की गई स्थापित
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पशुपतिनाथ महादेव मंदिर
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![Pashupatinath Mahadev Temple: हमारे देश के लोगों की भगवान शिव में गहरी आस्था है. यही वजह है कि हर राज्य आपको भगवान शिव के कई ऐतिहासिक मंदिर मिल जाएंगे. लेकिन आज हम जिस मंदिर की बात कर रहे हैं वो भगवान शिव का सबसे अनोखा मंदिर है. हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के मंदसौर में स्थित पशुपतिनाथ महादेव की, यहां शिवना नदी के किनारे पर अष्टमुखी पशुपतिनाथ महादेव की विशाल प्रतिमा स्थापित हैं, जो पूरे विश्व में आपको कहीं नहीं मिलेगी. इसलिए यहां साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है. चलिए बताते हैं आपको मंदिर से जुड़ी कुछ और खास बातें.......](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/06/17/38c3f85f8213285862a3f3269009f47a4bdad.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
Pashupatinath Mahadev Temple: हमारे देश के लोगों की भगवान शिव में गहरी आस्था है. यही वजह है कि हर राज्य आपको भगवान शिव के कई ऐतिहासिक मंदिर मिल जाएंगे. लेकिन आज हम जिस मंदिर की बात कर रहे हैं वो भगवान शिव का सबसे अनोखा मंदिर है. हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के मंदसौर में स्थित पशुपतिनाथ महादेव की, यहां शिवना नदी के किनारे पर अष्टमुखी पशुपतिनाथ महादेव की विशाल प्रतिमा स्थापित हैं, जो पूरे विश्व में आपको कहीं नहीं मिलेगी. इसलिए यहां साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है. चलिए बताते हैं आपको मंदिर से जुड़ी कुछ और खास बातें.......
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![दरअसल ये मंदिर प्राकृति की गोद में बसा हुआ है. इसलिए यहां भक्तों को भगवान शिव के दर्शन के साथ सुंदर नजारे भी देखने को मिलते हैं. वहीं मंदिर के पास से निकल रही शिवना नदी इसकी खूबसूरती और भी बढ़ा देती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/06/17/c48b7c06788b2932664a16ff5c9f4d30864a3.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
दरअसल ये मंदिर प्राकृति की गोद में बसा हुआ है. इसलिए यहां भक्तों को भगवान शिव के दर्शन के साथ सुंदर नजारे भी देखने को मिलते हैं. वहीं मंदिर के पास से निकल रही शिवना नदी इसकी खूबसूरती और भी बढ़ा देती हैं.
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![इस मंदिर को लेकर यूं तो कई कथा प्रचलित है लेकिन इनमें सबसे में जो खास है वो ये है कि, एक बार उदा नाम के धोबी को सपना आया था कि नदी में अष्टमुखी पशुपतिनाथ की प्रतिमा हैं. जिसके बाद धोबी ने इस सपने का जिक्र अपने दोस्तों से किया और सभी ने मिलकर उस प्रतिमा को बाहर निकाला.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/06/17/e765c915c30ff723a8b2f9511dca1d885cba8.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इस मंदिर को लेकर यूं तो कई कथा प्रचलित है लेकिन इनमें सबसे में जो खास है वो ये है कि, एक बार उदा नाम के धोबी को सपना आया था कि नदी में अष्टमुखी पशुपतिनाथ की प्रतिमा हैं. जिसके बाद धोबी ने इस सपने का जिक्र अपने दोस्तों से किया और सभी ने मिलकर उस प्रतिमा को बाहर निकाला.
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![बताया जाता है कि इस प्रतिमा को निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. प्रतिमा को खींचने के लिए 16 जोड़ बेलों को लगाया था. हैरानी की बात तो ये है कि जब प्रतिमा बाहर निकल गई तो उन्हें किसी और जगह पर ले जाने की कोशिश की गई लेकिन काफी कोशिश के बाद भी प्रतिमा अपनी जगह से नहीं हिली.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/06/17/c9db89024bb691d80c3e52923ade6b9bbc8e1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बताया जाता है कि इस प्रतिमा को निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. प्रतिमा को खींचने के लिए 16 जोड़ बेलों को लगाया था. हैरानी की बात तो ये है कि जब प्रतिमा बाहर निकल गई तो उन्हें किसी और जगह पर ले जाने की कोशिश की गई लेकिन काफी कोशिश के बाद भी प्रतिमा अपनी जगह से नहीं हिली.
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![इसके बाद सबको समझ आ गया कि, पशुपतिनाथ यहीं विराजमान होना चाहते हैं. जिसके बाद वहां बाबा पशुपतिनाथ के मंदिर का निर्माण करवाया गया. हालांकि प्रतिमा को निकालने के करीब १८ साल बाद तक मंदिर नहीं बन सका, क्योंकि उस वक्त संसाधनों की काफी कमी थी. मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रकिष्ठा भागवताचार्य श्री श्री 1008 स्वामी प्रत्यक्षानंद महाराज द्वारा की गई थी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/06/17/205c541916eab184505be646c005c85be775c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इसके बाद सबको समझ आ गया कि, पशुपतिनाथ यहीं विराजमान होना चाहते हैं. जिसके बाद वहां बाबा पशुपतिनाथ के मंदिर का निर्माण करवाया गया. हालांकि प्रतिमा को निकालने के करीब १८ साल बाद तक मंदिर नहीं बन सका, क्योंकि उस वक्त संसाधनों की काफी कमी थी. मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रकिष्ठा भागवताचार्य श्री श्री 1008 स्वामी प्रत्यक्षानंद महाराज द्वारा की गई थी.
Published at : 18 Jun 2022 03:33 PM (IST)
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