Ujjain News: अयोध्या की तर्ज पर उज्जैन में बने 'कृष्ण लोक,' महर्षि सांदीपनि के वंशजों ने सीएम मोहन यादव से की ये मांग
मध्य प्रदेश सरकार श्री राम वन पथ गमन और श्री कृष्ण पथ गमन को लेकर योजना बना रही है. इसी बीच भगवान श्री कृष्ण को शिक्षा देने वाले महर्षि सांदीपनि के वंशजों ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने भगवान श्री कृष्ण के पथ के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि सरकार से विशेष मांग की है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appमहर्षि सांदीपनि के वंशजों ने कहा कि सरकार को मुख्य रूप से उज्जैन में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं पर आधारित बड़ा संग्रहालय बनाना चाहिए. इसके अलावा धार और जानापाव का भी जिक्र धार्मिक साहित्य में है, इसको भी सरकार को तीर्थ नगरी के रूप में विकसित करना चाहिए.
उल्लेखनीय की मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण के पथ गण को लेकर बड़ी कार्य योजना तैयार करने का ऐलान किया है. इस कार्य योजना के तहत भगवान श्री राम जहां से गुजरे हैं, उन पूरे मार्ग को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने की योजना है.
इस दौरान सरकार 1400 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने की योजना बना रही है. इसी कड़ी में भगवान श्री कृष्ण के पथ गमन को लेकर भी कार्य योजना तैयार की जा रही है. भगवान श्री कृष्ण की शिक्षस्थली उज्जैन में सांदीपनि आश्रम के पंडित रूपम व्यास का कहना है कि सबसे ज्यादा भगवान श्री कृष्णा ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में समय बिताया.
पंडित रूपम व्यास के मुताबिक, यहां पर शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ भगवान श्री कृष्ण ने अलग-अलग कलाएं भी सीखी थीं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से मांग की गई है कि भगवान श्री कृष्ण से जुड़े सभी वृतांतों को लेकर उज्जैन में एक बड़ा संग्रहालय, वैदिक गुरुकुल, पाठशाला और छात्रावास का निर्माण होना चाहिए.
पंडित रूपम व्यास ने कहा कि इस निर्माण कार्य को करने से विद्यार्थियों को भगवान श्री कृष्ण से जुड़ी संपूर्ण जानकारी मिल सकेगी. उन्होंने मांग की है कि जिस प्रकार अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बनाया गया है उसी तर्ज पर उज्जैन में भी भगवान श्री कृष्ण का भव्य मंदिर बनाया जाए. इसका पूरा विकास कृष्ण लोक के नाम से होना चाहिए.
इसके अतिरिक्त सांदीपनि आश्रम का भी सरकार को सर्वांगीण विकास करते हुए विशाल संग्रहालय बनाना चाहिए, जहां 64 कलाओं के बारे में आने वाले श्रद्धालुओं को जानकारी मिल सके.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -