Martyr Jitendra Kumar Last Rites: 'जब तक सूरज चांद रहेगा..' के नारों से गूंज उठा शहीद जितेंद्र कुमार वर्मा का गांव, देखें तस्वीरें
धामंदा गांव के उस विश्राम घाट में डेढ़ साल के चेतन ने अपने पिता की चिता को अग्नि दी. इसके बाद हजारों लोगों की नम आंखों के बीच 'शहीद जितेंद्र कुमार वर्मा अमर रहें, जब तक सूरज चांद रहेगा जितेंद्र तेरा नाम रहेगा' का नारा गुंज उठा. अपने नाना की गोद में चेतन सब कुछ समझने की कोशिश कर रहा है लेकिन कुछ समझ नहीं पा रहा है.
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View In Appपिछले महीने ने जितेंद्र अपने घर आए थे और पूरे परिवार को सलकनपुर घुमाने ले गये थे. इसके बाद वे जल्द ही वापस लौट आने का वादा कर काम पर वापस चले गए थे. लेकिन वे लौटकर इतनी जल्दी और इस तरीके से आएंगे, इसका अंदाजा किसी को नहीं था.
शहीद जितेंद्र वर्मा को विदाई देने के लिए हजारों की संख्या में लोग आए. इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी थे. उन्होंने शहीद की अर्थी को कंधा भी दिया.
किसी को यह नहीं पता था कि जितेंद्र वर्मा क्या काम करते हैं, सिवाय उनकी पत्नी के. जब गांव में उनका पार्थिव शरीर पहुंचा तो हर किसी की आंखें नम थीं.
शहीद की चिता को जब नन्हें चेतन ने मुखाग्नि दी तो वहां मौजूद सबकी आंखें नम हो गईं.
गांव में जगह-जगह शहीद जितेंद्र कुमार वर्मा को श्रद्धांजलि देने और उनकी वीरता को सलाम करने वाले पोस्टर लगे हुए थे.
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