In Pics: शिवराज सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह करा रहे बागेश्वर धाम की कथा, कांग्रेस पर साधा निशाना
आज विशाल कलश यात्रा निकली. इसमें मंत्री की पत्नी और जिला पंचायत की पूर्व उपाध्यक्ष सरोज सिंह और सागर की मेयर संगीता सुशील तिवारी शामिल हुई.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appखुरई में मंगलवार सुबह बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी की तीन दिवसीय श्री हनुमंत कथा आयोजन के पहले दिन नगर में भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में मुख्य रूप से नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती सरोज सिंह ने मां बीजासेन देवी देवी मंदिर में प्रवेश कर मां विधिवत पूजा अर्चना किया, इसके बाद यात्रा में शामिल हुईं.
महिलाओं माताओं बहनों के साथ समस्त कलशों का विधि विधान से पूजन कर यात्रा का शुभारंभ किया। कलश यात्रा किला स्थित मां बीजासेन देवी देवी मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के से होकर विभिन्न मार्गो से होती हुई वापस किला में आकर संपन्न हुई। यात्रा में माताओं,बहनों, बेटियों सहित बुजुर्गों ने भी उत्साह दिखाते हुए बागेश्वर पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के जयकारे लगाए.
यात्रा में डीजे और बुंदेली परंपरा अनुसार ढ़ोल, नगाड़े, गाजे बाजों के साथ दुल दुल घोड़ी का नृत्य भी आकर्षण का केंद्र रहा साथ ही साथ यात्रा में शामिल हुईं सभी माताओं बहनों ने जमकर नाच गाना भी किया. इस मौके पर प्रमुख रूप से सागर महापौर श्रीमती संगीता तिवारी, महापौर प्रतिनिधि श्री सुशील तिवारी, सहित नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कल शाम कथा स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. व्यवस्था हेतु बनाई गई विभिन्न टीमों के सदस्यों को कथा स्थल पर ही संबोधित कर मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि खुरई के कार्यकर्ताओं और गणमान्य नागरिकों और प्रशासन की समस्त शक्ति से यहां विशाल आयोजन सफलतापूर्वक हो रहे हैं.
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर की कथा का आयोजन ऐसा है जिसमें प्रदेश,देश और विदेशों तक से श्रद्धालु आते हैं, मंत्री सिंह ने कहा कि सभी इस बात का ध्यान रखें कि हमारे अनुशासित और व्यवस्थित आयोजन से खुरई की प्रतिष्ठा जुड़ी है. हमारे सर्वोत्तम व्यवहार का संदेश दूर दूर तक जाएगा. हमारी प्रार्थनाएं व्यर्थ नहीं जाएंगी और बारिश की संभावना को देखते हुए वाटरप्रूफ पंडालों की व्यवस्था की गई है, जो ब्लाक्स में विभाजित होंगे. सभी के सेवादारों और प्रभारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की गई है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -