Sagar Vaccination: एक ही सिरिंज से 41 स्कूली बच्चों को लगा दी वैक्सीन, चिंताग्रस्त बच्चों के लिए गए सैंपल
कोविड वैक्सीनेशन के महाअभियान में मध्य प्रदेश के सागर में 41 स्कूली बच्चों को एक ही सिरिंज से डोज लगाने का बेहद गम्भीर मामला सामने आया है. इस लापरवाही के बाद सागर संभाग के कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने जिला टीकाकरण अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है. वहीं वैक्सीनेटर पर FIR दर्ज कर ली गई है. सागर के जैन पब्लिक स्कूल में बुधवार को स्कूली बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन का कैंप लगाया गया था. इसमें स्वास्थ्य विभाग ने निजी कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे नर्सिंग छात्रों की ड्यूटी लगई थी. जितेंद्र राज नाम के थर्ड ईयर के छात्र ने बच्चों को वैक्सीनेशन लगाना शुरू कर दिया. एक के बाद एक उसने करीब 30 बच्चों को एक ही सीरिंज से कोविड वैक्सीन लगा दी.
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View In Appवैक्सीन लगाते हुए जब एक छात्रा के पिता की नजर पडी तो स्कूल में हंगामा मच गया. घटना के बाद इंजेक्शन लगाने वाले छात्र को मौके से भगा दिया गया. सूचना जिला प्रशासन तक पहुंची तो हड़कंप मच गया. इसकी जानकारी फैलते ही जिन बच्चों को डोज लगे थे वे चिंता में आ गए. जैन पब्लिक स्कूल में पढने वाली छात्रा के पिता दिनेश नामदेव ने बताया कि वैक्सीनेशन के दौरान उन्होंने कि एक ही सिरिंज से सारे बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही थी. दिनेश के अनुसार जो वैक्सीन लगा रहा था, उससे पूछा तो बताया कि एचओडी सर ने कहा है कि एक ही सिरिंज से सबको वैक्सीन लगाना है. अगर बच्चों को कुछ होता है तो इसकी जवाबदेही कौन लेगा, प्रशासन लेगा या सरकार लेगी? इतनी लापरवाही तो अंग्रेजी शासनकाल में नहीं हुई.
एक सिरिंज से 30 बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने वाले थर्ड ईयर के नर्सिंग छात्र जितेंद्र राज से जब मीडिया ने सवाल किया किए तो उसने साफ कहा कि उसे कॉलेज के एचओडी कार से लेकर गए थे. उन्होंने एक ही सिरिंज दी थी, इसलिए सभी बच्चों को एक ही सिरिंज से वैक्सीन लगाई है.
शिकायत मिलने के और मामला गंभीर होने के कारण प्रभारी डीएम क्षितिज सिंघल ने जांच के लिए तत्काल मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डी के गोस्वामी को निर्देशित किया. स्वास्थ्य अधिकारी ने टीम के साथ वैक्सीनेशन स्थल का निरीक्षण किया. निरीक्षण में घटना सही पाई गई. इसके बाद प्रशासन ने वैक्सीनेटर पर एफआईआर दर्ज करवाई. इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार की रात से ही वैक्सीनेटेड बच्चों को तलाशना शुरू कर दिया था. जांच के बाद गुरुवार को जैन स्कूल में परिजनों और बच्चों को बुलाया गया और उनके ब्लड सैंपल लिए गए. मौके पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम एल जैन ने बताया कि अभी कुल 41 बच्चों का परीक्षण किया गया है. सभी सुरक्षित हैं. इनके सीबीसी और हेपिटाटिस बी के टेस्ट कराए गए हैं.
वहीं सिरिंज से वैक्सीनेशन की घटना से राजधानी भोपाल तक हड़कम्प मच गया. पूरे मामले की जांच रिपोर्ट आने पर सागर के कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने टीकाकरण अभियान में लापरवाही बरतने पर जिला टीकाकरण अधिकारी डा. एस.आर. रोशन को निलंबित कर दिया.
कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. शोभाराम रोशन पर काम में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है. उन पर आरोप लगाया गया है कि वो उन्होंने टीकाकरण केंद्रों का निरीक्षण नहीं किया और उनका अपने अधीनस्थों पर कोई नियंत्रण नही है.
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