महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के नाम पर नहीं चलेगा मोल-भाव का खेल, कलेक्टर ने दिए ये आदेश
महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के नाम पर मोल-भाव का खेल नहीं चलेगा. अवैध वसूली के खिलाफ मंदिर समिति सख्त है. कलेक्टर ने कहा है कि मंदिर के बेईमानों को जेल भेजने का पूरा प्रबंध कर दिया है.
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View In Appअब सीधे एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा जाएगा. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का दर्शन करने रोजाना लाखों श्रद्धालु आते हैं. श्रद्धालुओं से कभी शीघ्र दर्शन, कभी भस्म आरती के नाम पर उगाही की जाती है.
अवैध उगाही में महाकालेश्वर मंदिर के सुरक्षाकर्मियों की भी संलिप्तता पायी गयी है. महाकालेश्वर मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि श्रद्धालुओं को आगे से दर्शन करने के नाम पर सुरक्षाकर्मियों ने श्रद्धालुओं से अवैध वसूली की.
गड़बड़ी सामने आने के बाद 3 दिन में तीन सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया है. रमेश, बलराम के अलावा एक अन्य सुरक्षाकर्मी शामिल है. घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ है.
वीडियो में पंडित को रुपये लेते देखा जा सकता है. अब पंडित को भी महाकालेश्वर मंदिर समिति नोटिस जारी करने वाली है. महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने बताया कि मंदिर में किसी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
महाकालेश्वर मंदिर में अवैध वसूली की शिकायत सही पाये जाने पर सीधे एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा जाएगा. महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा एजेंसी पर भी जुर्माना किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि सावन का महीना शुरू होने वाला है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर समिति कड़े निर्णय ले रही है. महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक निजी कंपनी को 3 साल का ठेका दिया गया है.
निजी कंपनी के कर्मचारी कई बार श्रद्धालुओं से पैसा लेते हुए पकड़े गए हैं. महाकालेश्वर मंदिर समिति सुरक्षा एजेंसी को कई बार हिदायत दे चुकी है.
बावजूद इसके लगातार मामले सामने आ रहे हैं. मंदिर में 500 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. गड़बड़ी सामने आने पर सुरक्षा कर्मियों को कुछ दिनों के लिए निलंबित कर दिया जाता है.
बाद में दोबारा ड्यूटी पर बुला लिया जाता है. ऐसे में अब उज्जैन कलेक्टर ने सख्त निर्णय लेते हुए दोषियों को जेल भेजने का फरमान सुनाया है.
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