Bharat Jodo Yatra: महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश रवाना होगी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, तस्वीरों में देखें यात्रा की एक झलक
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा शनिवार 19 नवंबर को अपने महाराष्ट्र राज्य के चरण के 13वें दिन शेगांव से आगे बढ़ी हैं. यात्रा बुलढाणा जिले के शेगांव में गजानन दादा पाटील मार्केटयार्ड से सुबह छह बजे जलंब के लिए रवाना हुई थी.
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View In Appयात्रा रविवार 20 नवंबर रात को महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में प्रवेश करेगी. भारत जोड़ो यात्रा ने सात नवंबर को महाराष्ट्र में प्रवेश किया था.
अभी तक महाराष्ट्र के 15 विधानसभा और छह संसदीय क्षेत्रों से गुजरते हुए नांदेड़, हिंगोली, वाशिम, अकोला और बुलढाणा जिलों की पदयात्रा की जा चुकी है.
राहुल गांधी ने यात्रा के महाराष्ट्र चरण में अबतक दो जन रैलियों को संबोधित किया है. पहली रैली नांदेड़ में 10 नवंबर और दूसरी रैली शेगांव में शुक्रवार को हुई.
महाराष्ट्र में यात्रा के दौरान महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी भी राहुल गांधी के साथ यात्रा में शामिल हुए थे. भारत जोड़ो यात्रा दो महीने पहले सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी.
कांग्रेस की यह यात्रा लगभग 150 दिनों में 3,570 किमी की दूरी तय करने के बाद जम्मू-कश्मीर में समाप्त होने से पहले 12 राज्यों से होकर गुजरेगी.
कारगिल युद्ध के हीरो रहे नायक दीपचंद भी शुक्रवार को कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए. उनके साथ ही बॉलीवुड अभिनेत्री मोना अंबेगांवकर भी महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं थी.
हरियाणा के हिसार के मूल निवासी नायक दीपचंद ने 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान तोलोलिंग में एक हाथ और दोनों पैर खो दिए थे. सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कारगिल विजय दिवस पर द्रास की अपनी यात्रा के दौरान नायक दीपचंद को कारगिल योद्धा की उपाधि से नवाजा था.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यात्रा में दीपचंद के आने पर कहा कि देश के रक्षक आज भारत के विचार और संविधान की रक्षा के लिए मैदान में हैं. कारगिल युद्ध में असाधारण बहादुरी दिखाने वाले नायक दीपचंद आज भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए. भारत जोड़ो यात्रा जन-जन की आवाज है.
भारत जोड़ो यात्रा दो महीने पहले सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी. जम्मू-कश्मीर में समाप्त होने से पहले 12 राज्यों से होकर गुजरेगी.
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