In Pics: मराठा आरक्षण की मांग के बीच NCP विधायक के घर में आगजनी और पथराव, देखें तस्वीरें
मराठा आरक्षण की मांग के लिए जारी विरोध-प्रदर्शन के बीच सोमवार (28 अक्टूबर ) को महाराष्ट्र के बीड जिले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक प्रकाश सोलंके के आवास में आगजनी की गई और पथराव किया गया. विधायक का एक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद भीड़ ने माजलगांव स्थित सोलंके के आवास पर खड़ी एक कार को भी आग लगा दी.
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View In Appइस ऑडियो क्लिप में उन्होंने कथित तौर पर मराठा आरक्षण आंदोलन के बारे में टिप्पणी की थी और भूख हड़ताल कर रहे आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पर परोक्ष टिप्पणी की थी. सोलंके उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी गुट से हैं.
मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों के हमले के बाद विधायक प्रकाश सोलंके ने प्रतिक्रिया दी है. विधायक प्रकाश सोलंके ने कहा जब हमला हुआ तब मैं अपने घर के अंदर था. सौभाग्य से, मेरे परिवार का कोई भी सदस्य या कर्मचारी आंदोलनकारियों के हमले घायल नहीं हुआ.
मराठा आरक्षण मुद्दे के बारे में विधायक सोलंके की एक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद यह घटना हुई. स्थानीय स्तर पर बंद का आह्वान किया गया था. विधायक के घर और एक कार को कुछ लोगों ने आग लगा दी और पथराव भी किया गया.
ऑडियो क्लिप में सोलंके को कथित तौर पर कहते हुए सुना जा सकता है कि ‘‘यह मुद्दा (मराठा आरक्षण की मांग और सरकार को इसके कार्यान्वयन के लिए 24 अक्टूबर तक 40 दिनों का अल्टीमेटम) बच्चों का खेल बन गया है.’’
सोलंके ने जरांगे पर स्पष्ट रूप से कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘वह व्यक्ति, जिसने ग्राम पंचायत तक का चुनाव नहीं लड़ा है, आज एक चतुर व्यक्ति बन गया है.’’ वहीं, सोलंके ने एक समाचार चैनल से कहा कि घटना के समय वह माजलगांव में थे. विधायक ने कहा, ‘‘आंदोलनकारियों ने मेरे आवास को चारों ओर से घेर लिया और कोई भी सुनने को तैयार नहीं था. मेरे घर पर पथराव किया गया और वाहनों को भी आग लगा दी गई. मैं मराठा आरक्षण की मांग के साथ खड़ा हूं. मैं मराठा समुदाय के समर्थन से चार बार चुनाव जीत चुका हूं और मैं एक मराठा विधायक हूं.’’
मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों के हमले के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता सुप्रिया सुले ने सोमवार (30 अक्टूबर) को प्रतिक्रिया देते हुए कहा, महाराष्ट्र के गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, आज महाराष्ट्र संकट में है. बीजेपी की गठबंधन सरकार ने महाराष्ट्र संभल नहीं रहा है. महाराष्ट्र सरकार को ऑल पार्टी मीटिंग बुलानी चाहिए और महाराष्ट्र की स्थिति को बताना चाहिए. आज महाराष्ट्र में विधायक भी सुरक्षित नहीं हैं और उनके आवास को भी प्रदर्शनकारियों की तरफ से जला दिया जा रहा है. महाराष्ट्र की स्थिति पर महाराष्ट्र सरकार को केंद्र सरकार की मदद लेना चाहिए.
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा,मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल को इस तथ्य पर ध्यान देना चाहिए कि यह विरोध क्या मोड़ ले रहा है. यह गलत दिशा में जा रहा है.
मराठा समुदाय के सदस्य अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों एवं शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन ने तब जोर पकड़ लिया, जब सामाजिक कार्यकर्ता जरांगे प्रदर्शन के दूसरे चरण के तहत जालना में अंतरवाली सराटी गांव में 25 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए. उनकी अपील पर कई ग्रामीणों ने गांव में राजनीतिक दलों के नेताओं का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है.
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