एक्सप्लोरर

Elephanta Caves: प्राचीन गुफाएं देखने के शौकीन हैं, तो मुंबई के पास मौजूद एलीफेंटा की खूबसूरत गुफाओं की करें सैर

एलिफेंटा की गुफाएं

1/7
Elephanta Caves : हमारे देश का इतिहास काफी समृद्ध रहा है. इसलिए यहां पर घूमने के लिए एक से बढ़कर एक ऐतिहासिक जगहे हैं. जहां हर साल भारी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं.  खूबसूरत महल, किलों और मंदिरों के अलावा यहां कई प्राचीन गुफाएं भी है जो हजारों साल पुरानी है. अगर आप भी इतिहास जानने में दिलचस्पी रखते हैं तो आज इस रिपोर्ट में हम आपको मुंबई से सिर्फ कुछ ही दूरी पर स्थित एलीफेंटा की गुफाओं के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां की सैर आपको जरूर करनी चाहिए......
Elephanta Caves : हमारे देश का इतिहास काफी समृद्ध रहा है. इसलिए यहां पर घूमने के लिए एक से बढ़कर एक ऐतिहासिक जगहे हैं. जहां हर साल भारी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. खूबसूरत महल, किलों और मंदिरों के अलावा यहां कई प्राचीन गुफाएं भी है जो हजारों साल पुरानी है. अगर आप भी इतिहास जानने में दिलचस्पी रखते हैं तो आज इस रिपोर्ट में हम आपको मुंबई से सिर्फ कुछ ही दूरी पर स्थित एलीफेंटा की गुफाओं के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां की सैर आपको जरूर करनी चाहिए......
2/7
आपको बता दें कि एलीफेंटा की ये प्राचीन गुफाएं महाराष्ट्र के मुंबई शहर के गेटवे ऑफ इंडिया से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
आपको बता दें कि एलीफेंटा की ये प्राचीन गुफाएं महाराष्ट्र के मुंबई शहर के गेटवे ऑफ इंडिया से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
3/7
एलिफेंटा में कुल 7 गुफाएं हैं. जो भगवान शिव को समर्पित हैं. ये गुफाएं 60 हजार वर्ग फीट के एरिया में फैली हुई हैं. बता दें कि इन 7 गुफाओं में से 5 गुफाएं हिंदू धर्म से संबंधित है. इसके अलावा दो गुफाओं का संबंध बौद्ध धर्म से हैं. यहां की मुख्य गुफा में कुल 26 स्तंभ हैं. जिनपर भगवान शिव को कई रूपों में उकेरा गया है.
एलिफेंटा में कुल 7 गुफाएं हैं. जो भगवान शिव को समर्पित हैं. ये गुफाएं 60 हजार वर्ग फीट के एरिया में फैली हुई हैं. बता दें कि इन 7 गुफाओं में से 5 गुफाएं हिंदू धर्म से संबंधित है. इसके अलावा दो गुफाओं का संबंध बौद्ध धर्म से हैं. यहां की मुख्य गुफा में कुल 26 स्तंभ हैं. जिनपर भगवान शिव को कई रूपों में उकेरा गया है.
4/7
यहां पर भगवान शिव की सभी मूर्तियों में से इसमें सबसे खास त्रिमूर्ति प्रतिमा है जिसमें उनके तीनों रूपों के बारे में बताया गया है. गुफा के इतिहास को लेकर कुछ साफ बात सामने नहीं आई है लेकिन कहा जाता है कि इन गुफाओं की खोज 8वीं शताब्दी के करीब राष्ट्रकूट राजाओं ने की थी.
यहां पर भगवान शिव की सभी मूर्तियों में से इसमें सबसे खास त्रिमूर्ति प्रतिमा है जिसमें उनके तीनों रूपों के बारे में बताया गया है. गुफा के इतिहास को लेकर कुछ साफ बात सामने नहीं आई है लेकिन कहा जाता है कि इन गुफाओं की खोज 8वीं शताब्दी के करीब राष्ट्रकूट राजाओं ने की थी.
5/7
वहीं कुछ इतिहासकारों का ये भी मानना है कि इनका निर्माण कोंकण मौर्यों द्वारा करवाया गया था. इसके अलावा कुछ विद्धानों का मानना है कि इनका निर्माण पांडवों ने करवाया था.
वहीं कुछ इतिहासकारों का ये भी मानना है कि इनका निर्माण कोंकण मौर्यों द्वारा करवाया गया था. इसके अलावा कुछ विद्धानों का मानना है कि इनका निर्माण पांडवों ने करवाया था.
6/7
ये गुफाएं एक पहाड़ी की चोटी पर बनी हुई है. जिन्हें 1980 के दशक यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल कर लिया गया था. अगर आप इतिहास में रूचि रखते हैं और ट्रेकिंग के शौकीन है तो ये आपके लिए बेस्ट जगह है.
ये गुफाएं एक पहाड़ी की चोटी पर बनी हुई है. जिन्हें 1980 के दशक यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल कर लिया गया था. अगर आप इतिहास में रूचि रखते हैं और ट्रेकिंग के शौकीन है तो ये आपके लिए बेस्ट जगह है.
7/7
अगर आप यहां जाना चाहते हैं तो बता दें कि इन गुफाएं तक पहुंचने के लिए गेटवे ऑफ इंडिया से बोट की सवारी करनी होगी. जो सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर के 12 बजे के बीच ही चलती हैं.
अगर आप यहां जाना चाहते हैं तो बता दें कि इन गुफाएं तक पहुंचने के लिए गेटवे ऑफ इंडिया से बोट की सवारी करनी होगी. जो सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर के 12 बजे के बीच ही चलती हैं.

महाराष्ट्र फोटो गैलरी

महाराष्ट्र वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

President Speech: 'संविधान पर सबसे बड़ा प्रहार', अभिभाषण के दौरान आपातकाल पर क्या-क्या बोलीं राष्ट्रपति मुर्मू
'संविधान पर सबसे बड़ा प्रहार', अभिभाषण के दौरान आपातकाल पर क्या-क्या बोलीं राष्ट्रपति मुर्मू
अखिलेश के साथ साये की दिख रहे अवधेश, कभी यही करीबी पड़ गई थी भारी, जानें- पूरी कहानी
अखिलेश के साथ साये की दिख रहे अवधेश, कभी यही करीबी पड़ गई थी भारी, जानें- पूरी कहानी
Healthy Food: घर पर बनाएं ये बिना तेल का स्वादिष्ट नाश्ता, सेहत के लिए भी है फायदेमंद
घर पर बनाएं ये बिना तेल का स्वादिष्ट नाश्ता, सेहत के लिए भी है फायदेमंद
Paper Leak: NEET-NET पेपर लीक पर अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कही बड़ी बात, बोलीं- सुनिए, सुनिए, तभी विपक्ष करने लगा हंगामा
NEET-NET पेपर लीक पर अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कही बड़ी बात, बोलीं- सुनिए, सुनिए, तभी विपक्ष करने लगा हंगामा
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

PM Modi ने राज्यसभा में अपने मंत्रियों का दिया परिचय | Parliament Session 2024सेंगोल हटाने को लेकर SP सांसद RK Chaudhary के बयान पर Akhilesh Yadav क्या बोले, देखिएPM से मिलने पहुंचीं हरियाणा के राज्यपाल की नन्ही पोतियां,कविता सुन गदगद हुए मोदी | ABP News |Paper Leak को लेकर President Murmu के बयान पर कांग्रेस क्या बोली, देखिए

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
President Speech: 'संविधान पर सबसे बड़ा प्रहार', अभिभाषण के दौरान आपातकाल पर क्या-क्या बोलीं राष्ट्रपति मुर्मू
'संविधान पर सबसे बड़ा प्रहार', अभिभाषण के दौरान आपातकाल पर क्या-क्या बोलीं राष्ट्रपति मुर्मू
अखिलेश के साथ साये की दिख रहे अवधेश, कभी यही करीबी पड़ गई थी भारी, जानें- पूरी कहानी
अखिलेश के साथ साये की दिख रहे अवधेश, कभी यही करीबी पड़ गई थी भारी, जानें- पूरी कहानी
Healthy Food: घर पर बनाएं ये बिना तेल का स्वादिष्ट नाश्ता, सेहत के लिए भी है फायदेमंद
घर पर बनाएं ये बिना तेल का स्वादिष्ट नाश्ता, सेहत के लिए भी है फायदेमंद
Paper Leak: NEET-NET पेपर लीक पर अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कही बड़ी बात, बोलीं- सुनिए, सुनिए, तभी विपक्ष करने लगा हंगामा
NEET-NET पेपर लीक पर अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कही बड़ी बात, बोलीं- सुनिए, सुनिए, तभी विपक्ष करने लगा हंगामा
Kalki 2898 AD Box Office Day 1: पहले दिन की धुंआधार कमाई से टूटेंगे कई रिकॉर्ड, जानें कल्कि का ओपनिंग डे कलेक्शन
पहले दिन की धुंआधार कमाई से टूटेंगे कई रिकॉर्ड, जानें कल्कि का ओपनिंग डे कलेक्शन
SA vs AFG Semi Final: उदास चेहरे और नम आंखें, सेमीफाइनल की हार ने तोड़ा दिल, अफगान ड्रेसिंग रूम में मातम
उदास चेहरे, नम आंखें; सेमीफाइनल की हार के बाद अफगान ड्रेसिंग रूम में मातम
Nepal Landslide : नेपाल में लैंडस्लाइड और भारी बारिश का कहर, 14 लोगों की मौत, कई लापता
नेपाल में लैंडस्लाइड और भारी बारिश का कहर, 14 लोगों की मौत, कई लापता
पिछले कार्यकाल में ओम बिरला की कई गड़बड़ियों के कारण स्पीकर पद को चुनाव तक ले गया विपक्ष
पिछले कार्यकाल में ओम बिरला की कई गड़बड़ियों के कारण स्पीकर पद को चुनाव तक ले गया विपक्ष
Embed widget