Mumbai Rains: मुंबई में आफत की बारिश, 50 फ्लाइट्स कैंसिल, स्कूल बंद, तस्वीरों में देखें हाल
मुंबई के कुछ इलाकों में सुबह सात बजे तक मात्र छह घंटों में 300 मिमी से अधिक बारिश हुई, जिससे सड़कें और निचले इलाके जलमग्न हो गए. महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई, क्योंकि भारी बारिश के कारण कई सदस्य और अधिकारी विधान भवन नहीं पहुंच सके.
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View In Appमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंत्रालय में एक बैठक कर मुंबई में भारी बारिश की स्थिति की समीक्षा की और बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के नियंत्रण कक्ष का दौरा भी किया.
सीएम एकनाथ शिंदे ने लोगों से घर से नहीं निकलने की अपील की.
भारी बारिश और समुद्र में ऊंची लहरें उठने की चेतावनी के मद्देनजर बीएमसी ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और आपातकालीन मदद के लिए उसके हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने की अपील की है. नंबर है- 1916.
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि जब भारी बारिश के साथ-साथ ‘ज्वार’ (समुद्र में ऊंची लहरें उठना) आता है तो मुंबई में बाढ़ आ जाती है.
अधिकारियों के मुताबिक, दक्षिण मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) और पड़ोसी ठाणे के बीच मध्य रेलवे (सीआर) के मुख्य गलियारे की ‘फास्ट लाइन’ पर विभिन्न स्थानों पर जलभराव के कारण कुछ घंटों के लिए ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी गईं. बाद में यह फिर से शुरू कर दी गईं.
चूनाभट्टी में जलभराव के कारण ‘हार्बर कॉरिडोर’ सेवाएं भी अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं. यात्रियों ने शिकायत की कि उपनगरीय सेवाएं देरी से चल रही हैं. विभिन्न स्टेशनों और ट्रेनों में यात्रियों की भारी भीड़ थी.
बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं यातायात (बेस्ट) उपक्रम के एक प्रवक्ता ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर सड़कों पर जलभराव के कारण शहर और उपनगरों में कम से कम 40 मार्गों पर चलने वाली बसों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है या उनकी संख्या कम कर दी गई है.
अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसी ठाणे जिले में एक पुल बह गया, जबकि 54 लोगों को उनके घरों में पानी भर जाने के बाद बचाया गया. ठाणे जिला प्रशासन ने एक विज्ञप्ति में बताया कि विभिन्न इलाकों में कम से कम 275 घरों को नुकसान पहुंचा है और करीब 20 वाहन बह गए. उन्होंने बताया कि पुलिस और जिले के अन्य अधिकारियों ने भारी बारिश के बाद रायगढ़ पहाड़ी किले में फंसे कई पर्यटकों को निकाला.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक प्रवक्ता ने बताया कि एनडीआरएफ की टीमों को मुंबई के कुर्ला और घाटकोपर इलाकों और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में तैनात किया गया है, जिनमें ठाणे, वसई (पालघर), महाड (रायगढ़), चिपलून (रत्नागिरी), कोल्हापुर, सांगली, सतारा और सिंधुदुर्ग शामिल हैं.
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