Agroha Dham History: श्रद्धालुओं के लिए बेहद खास है हरियाणा का ये धाम, महाभारत काल से जुड़ा है इसका इतिहास
Agroha Dham: हमारे देश में कई मंदिर है जिनका इतिहास काफी रहस्यमय और रोचक है. इन्हीं में से एक है हरियाणा (Haryana) के हिसार (Hisar) शहर से कुछ ही दूरी पर स्थित अग्रोहा धाम (Agroha Dham). ये धाम पर्यटकों के बीच काफी फेमस है. इस धाम की खूबसूरती हर किसी का मन मोह लेती है. बहुत कम लोग जानते हैं कि इस अग्रोहा धाम का इतिहास महाभारत काल से रहा है चलिए बताते हैं आपको इससे जुड़ी कुछ और रोचक बातें........
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View In Appदरअसल अग्रोहा गांव का इतिहास काफी पुराना है. इसका निर्माण महाराजा अग्रसेन के द्वारा करवाया गया था.
वहीं अग्रोहा धाम का निर्माण 1976 में शुरू हुआ था. इस धाम को तीन भागों में बांटा गया है. जिसमें से बीच वाला भाग मां लक्ष्मी और पूर्वी हिस्सा महाराजा अग्रसेन और पश्चिमी हिस्सा मां सरस्वती को समर्पित है.
वही मंदिर के पिछले हिस्से में बारह ज्योर्तिलिंग से बना रामेश्वर धाम भी स्थित है. जिसमें एक सरोवर भी बनाया गया है. इस सरोवर को करीब 41 पवित्र नदियों के जल के साथ पावन किया गया है.
बता दें कि इस धाम में शरद पूर्णिमा के दिन बहुत बड़ा मेला लगता है. जिसमें देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचते हैं.
बता दें कि इस मंदिर में आपको कृष्ण लीला की झांकी, गजमुक्तेश्वर झांकी, जमीन के 15 फुट नीचे मां वैष्णो देवी गुफा, तिरुपति बालाजी, भैरवनाथ, बाबा अमरनाथ के साथ-साथ हनुमान जी की 90 फुट ऊंची प्रतिमा देखने को मिलेगी.
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