Parkash Singh Badal Death: पंजाब की राजनीति के शिखर पुरुष, रिकॉर्ड बुक में नाम दर्ज, तस्वीरों में देखें प्रकाश सिंह बादल का सियासी सफर
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को पंजाब की राजनीति का 'पितामह' कहा जाता था. बादल के राजनीतिक कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पीएम मोदी भी सार्वजनिक मंच पर उनके पैर छूते थे.
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View In Appकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बादल को याद करते हुए ट्वीट किया कि उनके अद्वितीय राजनीतिक अनुभव सार्वजनिक जीवन में बहुत मददगार था और सुनने में हमेशा आनंद आता था. उन मुलाकातों की यादें हमेशा मेरे साथ रहेंगी.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अपना सम्पूर्ण जीवन पंजाब और देश की सेवा में दिया. बादल ने अपने जीवन के 17 साल जेल में बिताए. वे 5 बार पंजाब के सीएम बने. उन्होंने लगातार 11 चुनाव जीते.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की बहु और उनके बेटे पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हरसिमरत कौर बादल की भी पंजाब की राजनीति में अहम जगह है. वर्तमान में हरसिमरत कौर अकाली दल से सांसद है.
प्रकाश सिंह बादल पहली बार मार्च 1970 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने. बादल उस समय यह पद संभालने वाले सबसे कम उम्र के नेता थे. सिर्फ 43 साल की उम्र में बादल पंजाब के मुख्यमंत्री बने थे.
बादल का जन्म 8 दिसंबर, 1927 को मलोट के पास अबुल खुराना में हुआ था. उनकी राजनीतिक यात्रा 1947 में उस वक्त शुरू हुई जब वे बठिंडा जिले के बादल गांव के ‘सरपंच’ बने.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल अपने लंबे राजनीतिक जीवन के दौरान, पांच बार (1970-71, 1977-80, 1997-2002, 2007-12 और 2012-17 में) राज्य के मुख्यमंत्री पद पर रहे.
पूर्व मुख्यमंत्री बादल 94 साल की उम्र में पिछले साल विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले देश के सबसे उम्रदराज उम्मीदवार बने, जब वह 13वीं बार चुनावी मैदान में उतरे. लेकिन इस बार उसकी हार हुई थी, ये उनके राजनीतिक करियर में केवल दूसरी हार थी.
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी ने प्रकाश सिंह बादल के पैर छुए थे. इस दौरान बादल ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा था, ''हिंदुस्तान के लोगों को यह सोचना है कि हमारा पीएम कौन हो? मोदी साहब के मुकाबले में कौन हो सकता है?
पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल अपने राजनीतिक करियर में कई बार जेल भी गए. साल 1975 से 1977 के दौरान वह मीसा कानून के तहत कई बार जेल भी गए. इसके अलावा 80 के दशक में पंजाब से हरियाणा नदियों का पानी डायवर्ट करने के विरोध में भी वह जेल गए.
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