एक्सप्लोरर
In Pics: चुनरी ओढ़ाकर चंबल माता से बांधी रिश्तों की डोर, खुशहाली की कामना की, देखें तस्वीरें
Rajasthan Culture: कोटा के 151 परिवारों ने 11 नावों में सवार होकर 5100 फीट की चुनरी चंबल को ओढ़ाई और खुशहाली की कामना की. चंबल माता को चुनरी ओढ़ाने श्रद्धालु परिवार समेत नाचते-गाते पहुंचे.

कोटा में निकाली गई शोभा यात्रा में बनाई गई रंगोली. (Image Source: Dinesh Kashyap)
1/7

भारतीय नव वर्ष नव संवत्सर 2080 का स्वागत के लिए किशोर सागर बारहद्वारी पर मां चर्मण्यवती को विशाल चुनडी मनोरथ का आयोजन किया गया. आइए तस्वीरों के जरिए इस पूरे आयोजन को देखते हैं. सभी तस्वीरें भेजी हैं दिनेश कश्यप ने.
2/7

अध्यक्ष मोहनलाल अग्रवाल और महामंत्री संजय गोयल के मुताबिक श्रीपुरा से बारहद्वारी तक शोभायात्रा निकाली गई.इसमें बैंडबाजे और झांकियां शामिल थीं.
3/7

बारहद्वारी पर पहुंचकर पांच पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार से चंबल माता का पूजन किया. इसके अलावा समाज के 151 परिवारों ने 11 नावों में सवार होकर 5100 फीट की चुनरी चंबल को ओढ़ाई और खुशहाली की कामना की.
4/7

इस शोभा यात्रा के दौरान बनाई गई रंगोलियों में भारत की संस्कृति के साथ हिंदू नववर्ष की बधाई का संदेश दिया गया.
5/7

चुनरी ओढाने के बाद 101 दीपक से चंबल की महाआरती और दीपदान किया गया.इस दौरान भक्तों ने मां चर्मण्यवती के जयकारे लगाए.
6/7

चंबल को राजस्थान की जीवन दायनी नदी माना जाता है. यह कोटा के लिए वरदान भी है.मान्यता है कि अपनी मां को चुनरी ओढ़ाकर उसे नमन करना तथा मां के प्रति कृतज्ञता प्रकट करना पुत्र का कर्तव्य है.
7/7

चंबल माता को चुनरी ओढ़ाने की खुशी में श्रद्धालु परिवार समेत बैंड बाजा की धुनों में नाचते हुए,घूमर नृत्य और डांडिया रास करते हुए चल रहे थे.
Published at : 23 Mar 2023 12:54 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
बॉलीवुड
लाइफस्टाइल
Advertisement
