क्या पहले से थी प्लानिंग? जोधपुर हिंसा और पत्थरबाजी को लेकर पुलिस ने क्या कहा?
21 जून शुक्रवार की रात को हुई. इस घटना के बाद 22 जून शनिवार को पुलिस ने ड्रोन की मदद से सर्च किया तो कुछ एक मकान से करीब एक टोली से ज्यादा पत्थर नजर आए जिसके बाद पुलिस ने इकट्ठा कर वहां से हटाये गए.
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View In Appसूरसागर क्षेत्र में सांप्रदायिक उपद्रव फैलाने का मास्टर माइंड अभी फरार है. पुलिस ने दंगा भड़काने वाले मास्टरमाइंड को 2 दिन में सरेंडर होने का समय दिया है. नहीं तो पुलिस उसकी संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई शुरू करेगी.
पुलिस कमिश्नरेट वेस्ट के डीसीपी राजेश कुमार यादव ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए बताया कि शुक्रवार की रात को दो समुदायों के बीच विवाद होने के बाद दंगाइयों के द्वारा पत्थरबाजी की थी. पत्थरबाजी के दौरान पुलिस के दो अधिकारी घायल हुए थे. वही एक महिला की आंख की रोशनी चली गई है. इसके बाद पुलिस ने मकान की तलाशी के लिए सर्च अभियान ड्रोन की मदद से चलाया तो देख कर हैरान रह गए.
एक ट्रॉली से अधिक पत्थर 5 से 7 घरों की छतों से बरामद किए गए. बता दे कि ईद से कुछ दिन पहले पुलिस ने ड्रोन की मदद से क्षेत्र की छतों का सर्च ऑपरेशन किया गया था. उस दौरान किसी भी छत पर पत्थर मौजूद नहीं थे. अचानक इतने पत्थर कैसे आए. डीसीपी यादव ने कहा कि इस सेंसिटिव एरिया में प्रत्येक 7 दिन के भीतर ड्रोन की मदद से सर्च अभियान चलाया जाएगा. बिना काम के चो पर पत्थर इकट्ठा करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
डीसीपी राजेश कुमार यादव ने बताया कि तीन पुलिस थाना क्षेत्र में धारा 144 लगाई गई है. जगह-जगह पर बैरिकेड से पैकेट के साथ में जाब्ता मौजूद है. आने जाने वालों से पूछताछ की जा रही है. तमाम अधिकारी व महिला अधिकारी क्षेत्र में ग्रस्त कर रहे हैं. सूरसागर क्षेत्र का पूरा बाजार बंद है. वहीं चार-पांच दुकानें ही खुली है. क्षेत्र में शांति बनी हुई है. हालांकि अभी पुलिस का भारी जाब्ता मौके पर मौजूद है.
सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के मामले में पुलिस के द्वारा की गई पथरबाजो कि गिरफ्तारियां की गईं थी. उसके विरोध में सूरसागर पुलिस थाने के बाहर पहुंची. इस दौरान मौके पर मौजूद एडीसीपी वेस्ट निशांत भारद्वाज ने महिलाओं ने बातचीत की महिलाओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस ने गलत लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. यह लोग पत्थर फेंकने में शामिल नहीं थे. पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जो भी इस मामले में दोषी होगा उनके खिलाफ ही सख्त कार्रवाई की जाएगी. निर्दोष को किसी भी तरह से प्रताड़ित नहीं किया जाएगा.
इसी दौरान महिलाएं पुलिस थाने के बाहर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगी. जिसे देखकर पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं को क्षेत्र में धारा 144 लागू होने का हवाला दिया. महिलाओं को एक साथ इकट्ठा होने से रोकने को कहा महिला थाना (पूर्व) एसएचओ दीप्ति गोरा ने लाउडस्पीकर अनाउंस कर महिलाओं को मौके से जाने के लिए कहा और महिलाओं से समझाइश भी की कुछ देर बाद महिलाएं मौके से चली गई.
डीसीपी राजेश कुमार यादव ने बताया कि शुक्रवार की रात को सांप्रदायिक उपद्रव के दौरान पत्थरबाजी की गई थी. पुलिस ने क्षेत्र में ड्रोन उड़कर जिन लोगों की छतों पर पत्थर पड़े थे उन्हें घरों को चिन्हित किया गया. उसके बाद जिन्ह घरों से पत्थर बरामद किए गए हैं. उनको भी पुलिस ने नामजद किया है. उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
सूरसागर क्षेत्र में एक पक्ष ने शुक्रवार को ईदगाह के पीछे की ओर से रास्ता निकाला जिसका दूसरे पक्ष ने विरोध किया गया था. इससे इस क्षेत्र में अन्य लोगों की आना जाना बढ़ गया. दिन में ही तनाव की स्थिति बन गई थी हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों से समझे कर मामला शांत कराया फिर अचानक शुक्रवार की रात को दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए और पत्थरबाजी व आगजनी के चलते क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया.
पुलिस के द्वारा क्षेत्र में धारा 144 को लागू किया गया 63 लोगों के वीर उद मामला दर्ज किया गया उनमें से 43 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने कोर्ट में पेश कर दिया है. वही आठ लोगों को और गिरफ्तार किया है.
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