Udaipur Saas Bahu Mandir: उदयपुर में है 1100 साल पुराना सास-बहू का मंदिर, तस्वीरों के जरिए देखें इसकी खूबसूरती
हर घर में सभी रिश्तों में एक सास-बहू रिश्ता काफी अलग होता है. दोनों की नोंक-झोंक के कई किस्से भी बने हुए हैं लेकिन इसी रिश्ते के नाम का उदयपुर में एक मंदिर है, जहां सैकड़ों की संख्या लोग आते हैं.
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View In Appइस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यहां की दीवारों पर बनाई गई पत्थर पर कलाकारी है जो काफी बारीकी से की गई है. साथ ही इन कलाकारी में महिलाओं की सौन्दर्यता को दिखाया गया है. यहां लगभग सभी दीवारों पर जो मूर्तिया बनाई गई है वह महिलाओं को समर्पित है.
यह मंदिर उदयपुर से करीब 15 किलोमीटर दूर है और महाराणाओं के इष्टदेव भगवान एकलिंग जी का मंदिर है इसी रास्ते में यह मंदिर है. बताया जाता है कि यह मंदिर 10वीं सदी में बनाया गया था. इसे शहस्त्र बाहु मंदिर कहा जाता था.
इस मंदिर में भगवान विष्णु का बड़ा और भगवन शिव का छोटा मंदिर है. इस दोनों मंदिर के बीच भगवान ब्रम्हा का मंदिर है. शहस्त्र बाहु मंदिर नाम होने से कारण धीरे-धीरे आम बोलचाल में इसे सास-बहू का मंदिर कहा जाने लगा.
इसकी कलाकारी देलवाड़ा मंदिर की कलाकारी से तुलना की जाती है क्योंकि इतनी बेहतर तरीके से पत्थरों पर कलाकारी बनाई हुई है.
इन तीन मंदिरों के अलावा यहां अन्य छोटे मंदिर भी हैं, जिन्हें देवरिया कहा जाता है. मंदिर में मूर्तिया नहीं हैं, यह सिर्फ मंदिर ऊपर से टूट चुका है. साथ ही छोटी देवरियों का सिर्फ कुछ हिस्सा ही बचा है.
यहां बहु के मंदिर के सामने एक दरवाजा बना हुआ है, जिसमें तीन गेट हैं. कहा जाता है कि यह सिर्फ एक पत्थर से बनाया गया है. यह मंदिर पुरातत्व विभाग के अधीन आता है. अब यह मंदिर प्री वेडिंग शूट के लिए फेमस है. जहां कई यूथ अपनी शादी से पहले शूट करवाने के लिए आते हैं.
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