एक्सप्लोरर
Mahashivratri 2024: मेवाड़ के इष्टदेव एकलिंग जी महादेव मंदिर जाने के लिए रातभर चली पदयात्रा, आज विशेष आरती
Happy Mahashivratri 2024: मेवाड़ के एकलिंग नाथ महादेव के मंदिर जाने की लिए गुरुवार शाम से ही भक्तों की पदयात्रा शुरू हो गई, जो रातभर चलती रही. भक्तों ने आज सुबह एकलिंग जी महादेव के दर्शन किए.
![Happy Mahashivratri 2024: मेवाड़ के एकलिंग नाथ महादेव के मंदिर जाने की लिए गुरुवार शाम से ही भक्तों की पदयात्रा शुरू हो गई, जो रातभर चलती रही. भक्तों ने आज सुबह एकलिंग जी महादेव के दर्शन किए.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/03/08/cb25cc1cef450f6524e18a0c9d1025501709876107350658_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
एकलिंग जी महादेव मंदिर जाने के लिए चली पद यात्रा
1/7
![आज महाशिव रात्रि है. सुबह से ही देश भर के शिवालयों पर भक्तों की भिड़ उमड़ रही है. लोग दर्शन करने लंबी कतारों में खड़े हैं, लेकिन मेवाड़ में महाशिवरात्रि की यह भक्ति आज सुबह नहीं, बल्कि गुरुवार शाम से ही शुरू हो गई थी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/03/08/a6167a99395f4f126677e59227a2e3ba653d1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
आज महाशिव रात्रि है. सुबह से ही देश भर के शिवालयों पर भक्तों की भिड़ उमड़ रही है. लोग दर्शन करने लंबी कतारों में खड़े हैं, लेकिन मेवाड़ में महाशिवरात्रि की यह भक्ति आज सुबह नहीं, बल्कि गुरुवार शाम से ही शुरू हो गई थी.
2/7
![मेवाड़ के इष्टदेव भगवान एकलिंग नाथ महादेव के मंदिर जाने की लिए गुरुवार शाम से ही भक्तों की पदयात्रा शुरू हो गई, जो रातभर चलती रही. भक्तों ने आज सुबह एकलिंग जी महादेव के प्रथम दर्शन किए. अब आज रात को यहां विशेष पूजा होगी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/03/08/3367d116f5eef8566cd03b71eebd821e0a769.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मेवाड़ के इष्टदेव भगवान एकलिंग नाथ महादेव के मंदिर जाने की लिए गुरुवार शाम से ही भक्तों की पदयात्रा शुरू हो गई, जो रातभर चलती रही. भक्तों ने आज सुबह एकलिंग जी महादेव के प्रथम दर्शन किए. अब आज रात को यहां विशेष पूजा होगी.
3/7
![मेवाड़ में एकलिंग जी महादेव का सबसे प्राचीन मंदिर है. मेवाड़ के संस्थापक बप्पा रावल ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था. बताया जाता है सातवीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण हुआ था.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/03/08/3012561399c72e06969e850c0b5b3f2260a36.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मेवाड़ में एकलिंग जी महादेव का सबसे प्राचीन मंदिर है. मेवाड़ के संस्थापक बप्पा रावल ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था. बताया जाता है सातवीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण हुआ था.
4/7
![मेवाड़ में कई दशकों से परंपरा चली आ रही है जिसका आजकल के युवा भी भक्ति भाव से पालन कर रहे हैं. परंपरा यह कि यहां शिवरात्रि के एक दिन पहले शाम को यहां अपने घरों से हजारों की संख्या में भक्त निकलते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/03/08/da10ba0c26cc134c030b8405c8dacef5c50c5.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मेवाड़ में कई दशकों से परंपरा चली आ रही है जिसका आजकल के युवा भी भक्ति भाव से पालन कर रहे हैं. परंपरा यह कि यहां शिवरात्रि के एक दिन पहले शाम को यहां अपने घरों से हजारों की संख्या में भक्त निकलते हैं.
5/7
![ये मंदिर उदयपुर शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर हैं. उदयपुर से नाथद्वारा और जयपुर जाने वाले हाईवे पर एक तरफ पैदल यात्रियों का ट्रैफिक रहता है, जो रातभर चलता रहता है. कई जगहों पर सेवा स्टॉल पर भगवान शिव की झाकियां भी बनाई गई.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/03/08/243e4e79799ab5a3effa124cc546a2ff17322.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
ये मंदिर उदयपुर शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर हैं. उदयपुर से नाथद्वारा और जयपुर जाने वाले हाईवे पर एक तरफ पैदल यात्रियों का ट्रैफिक रहता है, जो रातभर चलता रहता है. कई जगहों पर सेवा स्टॉल पर भगवान शिव की झाकियां भी बनाई गई.
6/7
![भक्तों के लिए पूरे रास्ते में सेवा स्टॉल और साउंड सिस्टम लगाए जाते हैं. भक्त भगवान शिव के भजनों पर नृत्य करते हैं. इसके बाद सुबह पहुंचकर प्रथम दर्शन करते हैं. दिनभर पूजा कार्यक्रम होते हैं और रात में विशेष पूजा को जाती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/03/08/72eeb466477589b6b38ba99830f1cfd1225da.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
भक्तों के लिए पूरे रास्ते में सेवा स्टॉल और साउंड सिस्टम लगाए जाते हैं. भक्त भगवान शिव के भजनों पर नृत्य करते हैं. इसके बाद सुबह पहुंचकर प्रथम दर्शन करते हैं. दिनभर पूजा कार्यक्रम होते हैं और रात में विशेष पूजा को जाती है.
7/7
![एकलिंगजी महादेव मंदिर के अलावा उदयपुर शहर में फतहसागर झील के किनारे स्थिति महाकाल मंदिर है. शहर में एकलिंग जी महादेव के बाद सबसे ज्यादा हजारों की संख्या में इसी मंदिर में भक्त महादेव के दर्शन करने आते हैं. इसके अलावा अमरख महादेव मंदिर भी काफी प्रसिद्ध है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/03/08/5fb691dc85904670e841be8008bec507f0e04.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
एकलिंगजी महादेव मंदिर के अलावा उदयपुर शहर में फतहसागर झील के किनारे स्थिति महाकाल मंदिर है. शहर में एकलिंग जी महादेव के बाद सबसे ज्यादा हजारों की संख्या में इसी मंदिर में भक्त महादेव के दर्शन करने आते हैं. इसके अलावा अमरख महादेव मंदिर भी काफी प्रसिद्ध है.
Published at : 08 Mar 2024 01:47 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
इंडिया
महाराष्ट्र
बॉलीवुड
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)