In Pics: बेटी की शादी के लिए रेगिस्तान में बना दिया महल, तैयारियां देख खुली रह गईं बारातियों की आखें
शाही शादियों के लिए राजस्थान देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपनी अलग ही पहचान बना चुका है. यहां बड़े-बड़े सेलिब्रिटीज डेस्टिनेशन मैरिज के लिए पहुंच रहे हैं. यहाँ होने वाली शाही शादियां काफी सुर्खियों में बनी रहती हैं. इन्हीं दिनों रेगिस्तान के धोरों की धरती के छोटे से गावँ में हुई एक शाही शादी की चर्चा हर कोई कर रहा है.
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View In Appएक एनआरआई पिता ने अपनी बेटी की शादी के लिए अपने पैतृक गांव बाड़मेर के भियाड़ के बुद्धाताल छोटे से गांव को ऐसा सजाया, जिसे देखकर सभी दंग रह गए.
गांव में फोर्ट और रिसॉर्ट बनाए गए. 300 से ज्यादा टेंट लगाए गए और हजारों से ज्यादा पेड़-पौधे लगाकर बनाकर पंडाल को स्कॉटलैंड के फोर्ट की तरह तैयार किया गया.
यह शादी एनआरआई अफ्रीका के बिजनेसमैन नवल किशोर गोदारा की बेटी रितु गोदारा की कांग्रेस पार्टी के पूर्व पाली सांसद बद्रीराम जाखड़ के पोते रामप्रकाश जाखड़ से हुई हैं.
छोटे-से गांव में हुई इस शाही शादी में करीब 10 हजार के करीब मेहमान पहुंचे. गांव को 10 दिनों तक दुल्हन की तरह सजा दिया गया.
नवल किशोर गोदारा के तीन बच्चे हैं. जिसमें एक बेटा और दो बेटियां हैं. NRI नवल किशोर गोदारा चाहते तो अपनी बेटी की शादी देश के किसी बड़े होटल में कर सकते थे. लेकिन उन्हें अपनी बेटी की शादी अपने पैतृक गांव में अपनों के साथ ही करनी थी.
उन्होंने 2 महीनों में गांव को शादी के लिए तैयार करने के लिए 400 कारीगर बुलाए. 2 महीने तक 400 कारीगरों ने दिन रात एक करके गांव को एक खूबसूरत शहर जैसा बना दिया. शादी का समारोह 27 जनवरी को रखा गया था.
बाड़मेर के भियाड़ के बुद्धाताल में एनआरआई नवल किशोर गोदारा की बेटी रितु की बारात पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के यहां से आई थी.
शादी के लिए एक छोटे से गांव में मानो जैसे स्वर्ग उतर आया हो. गांव की चमचमाती सड़कें, स्कॉटलैंड फोर्ट की डिजाइन के अंदर बना पंडाल लोगों को आकर्षित कर रहा था.
हजारों लोगों की मेहमान नवाजी के लिए करीब एक हजार लोगों को जिम्मेदारी दी गई. छोटे से गांव को टेंट सिटी में बदल दिया गया.
शादी के पंडाल को स्कॉटलैंड फोर्ट की तर्ज पर बनाया गया. करोड़ों रुपए खर्च कर गांव की सड़कों को जोरदार चमकाया गया. गांव मे हरियाली और सुंदरता के लिए हजारों की संख्या में पौधे लगाए गए.
रेगिस्तान के धोरों में जगह-जगह टेंट लगे और पांडाल, रंग बिरंगे फूल और पौधों से अति चमचमाती सड़कें सभी को आकर्षित कर रही थी. बारातियों के लिए टेंट हाउस बनाए गए. प्रत्येक टेंट में दो बेड लगाए गए. इसके लिए टेंट के अंदर खास लाइटिंग गद्दा, गड्ढा युक्त बेड फ्रिज, पीने के लिए पानी और बाथरूम की व्यवस्था की गई.
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