In Pics: भरतपुर में बारिश से खिले किसानों के चेहरे, अगले 2 दिन के लिए मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
राजस्थान के भरतपुर में मौसम विभाग के अलर्ट बाद विदा लेते मानसून की बरसात से किसान के अरमानों को पूरा कर दिया है. रातभर हुई बरसात से रवि की फसल को फायदा होगा. कुछ दिन बाद रवि की फसल की बुवाई शुरू होने वाली है.
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View In Appभरतपुर जिले को सरसों उत्पादक जिला माना जाता है. भरतपुर में सरसों की फसल अच्छी होती है बरसात से सरसों की बुवाई का रकबा भी बढ़ेगा. अब हो रही बरसात से खेतों में अच्छी नमी रहेगी और नमी से किसान सरसों की बुवाई ज्यादा कर सकेंगे. भरतपुर जिले से देश के कई राज्यों में सरसों और सरसों का तेल भी सप्लाई किया जाता है.
हालांकि बरसात से बाजरे की फसल को नुकसान भी है क्योंकि बाजरा काटकर खेतों में रखा है और बरसात से बाजरा ख़राब होगा. भरतपुर जिले में 15 जुलाई तक ही मानसून सक्रिय माना जाता है. इस बार राजस्थान के कई जिलों में बरसात से बाढ़ जैसे हालत बन गए लेकिन भरतपुर जिले में बरसात कम हुई है. मौसम विभाग का अभी दो दिन का और अलर्ट है की जिले में दो दिन बरसात होगी. विदा लेते मानसून ने किसानों को खुश किया है और इस बरसात से जमीन में नमी रहेगी और रवि की फसल गेहूं, चना, सरसों की बुवाई किसान कर सकेंगे.
रबी की फसल बुवाई के लिए किसान तयारी में जुट गए है किसानो ने खाद खरीद लिया है भरतपुर में रवि की बुवाई के लिए डीएपी और यूरिया की एक रैक लगभग 30 हजार कट्टे खाद के पहुंच गए है. खाद की कालाबाजारी न हो इसके लिए जिला कलेक्टर ने प्रशासन और पुलिस की निगरानी में किसानो को खाद वितरण की व्यवस्था की है.
मौसम विभाग द्वारा भरतपुर जिले में आज और कल भी बरसात का अलर्ट जारी किया है. भरतपुर में बरसात होने से किसानों को तो फायदा होगा ही साथ ही बरसात से केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में पानी की पूर्ति होगी.
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में प्रवासी पक्षी डेरा डालने वाले है अगर उद्यान में पानी नहीं होगा तो विदेशों से आने वाले पक्षी उद्यान के बाहर कही और अपना डेरा बना लेंगे. इसलिए जिला प्रशासन द्वारा केवलादेव उद्यान को चम्बल से जो पानी शहर में लोगों को पीने के लिये सप्लाई किया जाता है वही चंबल का पानी केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में दिया जा रहा है. जिससे प्रवासी पक्षी केवलादेव में अपना डेरा डालें और पर्यटक उन्हें निहारने के लिए अधिक से अधिक संख्या में केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में पहुंचें.
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