In Pics: जोधपुर RIFF के 13वें संस्करण में 9 देशों के 250 कलाकार लेंगे हिस्सा, कालबेलिया डांस पर नाचेंगे मैक्सिकन डांसर
जोधपुर के मेहरानगढ़ में राजस्थान इंटरनेशनल फोक फेस्टिवल (RIFF) का भव्य आयोजन में 250 देसी-विदेशी कलाकार अपनी अपनी प्रस्तुति देंगे. यह कार्यक्रम आज से शुरू होने जा रहा है. मेहरानगढ़ दुर्ग में शरण पूर्णिमा को होने वाले इस महोत्सव में देसी -विदेशी कलाकार हिस्सा लेंगे.
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View In Appमेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट की ओर से मेहरानगढ़ फोर्ट में आयोजित इस महोत्सव में फोक म्यूजिक व हैरिटेज का फ्यूजन टूरिस्ट को आकर्षित करता है. शरद पूर्णिमा की धवल चांदनी में मेहरानगढ़ दुर्ग के प्रांगण में विदेशी व राजस्थान की लोक संगीत की जुगलबंदी अपने आप में एक अलग माहौल बनाती है. दुनियाभर के संगीत प्रेमी राजस्थान के हैरिटेज सिटी जोधपुर के मेहरानगढ़ में आयोजित होने वाले पांच दिन के भव्य संगीत महोत्सव में न केवल विश्व स्तरीय संगीत सुन पाएंगे बल्कि जड़ों को भी समझ पाएंगे.
जोधपुर रिफ महोत्सव में भारत सहित 9 देशों के 250 से अधिक म्यूजिशियन एवं कलाकार संगीत लहरियों को बिखरेंगे. कोरोना महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद इस साल 6 से 10 अक्टूबर तक जोधपुर रिफ के 13वें संस्करण का आयोजन मेहरानगढ़ दुर्ग व जसवन्त थड़ा में होगा.
इस समारोह के संरक्षक पूर्व नरेश गजसिंह ने कहा कि लोक संगीत पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों का संगीत है. जोधपुर रिफ भारत के कलाकारों के साथ ही अन्य देशों के कलाकारों के साथ स्थानीय लोक कलाकारों को मंच प्रदान कर रहा है. जोधपुर रिफ कलाकारों को अन्तर्राष्ट्रीय मंच व अवसर प्रदान करने के साथ-साथ प्रोत्साहन और आजीविका भी प्रदान करवा रहा है, जिससे हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रचार और प्रसार दुनियाभर में हो रहा है.
जोधपुर रिफ फेस्टिवल के निदेशक दिव्य भाटिया ने कहा कि दो साल के अंतराल के बाद इस बार फिर से जोधपुर रिफ की वापसी हुई है. इस बार पहली बार इतनी संख्या में कलाकार हिस्सा लेंगे. भाटिया ने कहा कि इस बार प्रातःकालीन संगीत कार्यक्रम में खासी संगीतकार मुख्य आकर्षण होंगे और पहली बार इंडी संगीतकार बावरी बसंती और हरप्रीतसिंह अपनी प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध करेंगे.
जोधपुर रिफ ने SAZ के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है, एक नया बैंड है, जिसमें युवा राजस्थानी लोक संगीतकारों की तिकड़ी भी शामिल है, जो पारंम्परिक राजस्थानी गीतों की अपेक्षाकृत अधिक समकालीन संगीत के साथ मूल गीतों को लिखा है जो बोलते हैं और आज की पीढ़ियों की बीच लोकप्रिय है.
महाप्रबंधक जगत सिंह राठौड़ ने बताया कि फेस्टिवल का उद्घाटन 6 अक्टूबर को होगा इसमें प्रवेश के लिए शुल्क नहीं लगेगा. इस दिन फेस्टिवल की शुरुआत वीर दुर्गादास स्मारक स्थल मसूरिया पहाड़ी पर सुबह 8.30 से 1.00 बजे तक स्टूडेंट्स के लिए बाल मेले का आयोजन होगा और शाम को 7.30 बजे से जसवंत थड़ा पर ओपनिंग सिटी कन्सर्ट का आयोजन होगा.
रिफ में मेघालय के फोक संगीत खासी की प्रस्तुति होगी. इसके तहत राजस्थान के मेघवाल समुदाय के संगीत कलाकारों के अलावा मध्यप्रदेश की मालवी लोक शैली में सबद और निगुण भजन और कबीर वाणी और मेघालय के पारंम्परिक संगीत के साथ ए खासी 'डॉन' महत्त्वपूर्ण आयोजन होगा.
इन रेजीडेन्स में लंगा व मांगणियार संगीत परम्पराओं से रुबरु करवाएंगे इन रेजीडेन्स में लंगा और मांगणियार समुदाय के संगीत के उस्ताद सावन और कछरा खान इंटरैक्टिव सत्र के माध्यम से लंगा और मांगणियार संगीत परम्पराओं में रूबरू करवाएंगे. इन कलाकारों ने देश विदेश के प्रतिष्ठित कलाकारों और संगीतज्ञों के साथ काम किया है.
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