In Pics: नामीबिया से विमान के जरिए जयपुर और फिर हेलीकॉप्टर से कूनो पार्क पहुंचेंगे 8 चीते, पहले 30 दिन रहेंगे क्वारंटीन
राजस्थान की राजधानी जयपुर में नामीबिया से 8 चीते लाए जाएंगे. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि नामीबिया की राजधानी विंडहोक से विशेष कार्गो विमान में 8 चीते 17 सितंबर को भारत पहुंचेंगे, एक द्वीप से दूसरे द्वीप में बड़े जानवर के स्थानांतरण व पुनर्वास की दुनिया में यह पहली घटना होगी. पुनर्वास के दौरान पहले 30 दिन क्वारेंटीन जोन के बाड़ों में रखा जाएगा.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appपर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि जब सभी चीते कूनो पार्क के माहौल के अनुकूल हो जाएंगे, तब जाकर ऐसी कोई संभावना बनेगी कि आम लोग भी उन्हें पार्क में दौड़ लगाते देख सकेंगे. इसके लिए कम से कम तीन महीने का समय लगेगा. तब तक यहां प्रवेश की इजाजत नहीं रहेगी.
नामीबिया से 8 चीते 17 सितंबर को भारत पहुंचेंगे. चीतों को लाने के लिए तीन सदस्यीय भारतीय वन्य विशेषज्ञ व पशु चिकित्सक की टीम सोमवार को नामीबिया रवाना हो गई. 8 चीतों में 5 फीमेल व 3 मेल चीते हैं. इनकी आयु 4 से 6 वर्ष है. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि नामीबिया की राजधानी विंडहोक से विशेष कार्गो विमान में सभी चीते 16 सितंबर को चलेंगे और 17 सितंबर की सुबह जयपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे.
चीतों को बिना बेहोश किए लाया जाएगा, रास्ते में उन पर नजर रखने के लिए विशेषज्ञों की टीम विमान में ही मौजूद रहेगी. जयपुर एयरपोर्ट से चीतों को दो हेलीकॉप्टर में 40-42 मिनट के भीतर कूनो पार्क पहुंचाया जाएगा. सभी चीतों के गले में रेडियो कॉलर आईडी लगी होगी.
भूपेंद्र यादव ने कहा कि एक द्वीप से दूसरे द्वीप में बड़े जानवर के स्थानांतरण व पुनर्वास की दुनिया में यह पहली घटना होगी. उन्होंने कहा की चीतों का पुनर्वास करने के लिए इनकी संख्या कम से कम 35-40 होना जरूरी है. इसलिए अगले पांच साल में 6-10 चीते अफ्रीकन देशों लाए जाएंगे.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -