In Pics: 29 देशों के शेरपा के सामने एक मंच पर पूरा भारत, सिटी पैलेस में लोक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
G-20 Summit Sherpa Meeting: उदयपुर में चल रहे चार दिवसीय जी-20 समिट के तीसरे दिन मंगलवार रात को सिटी पैलेस के माणक चौक सम्पूर्ण भारत दिखाई दिया. लोकनृत्य की ऐसे प्रस्तुतियां हुई कि हर एक के मन से निकला भूले ना भुलाए. 29 देशों के सामने एक ही मंच पर पूरे भारत की लोक संस्कृति की विरासत नजर आई.
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View In Appकार्यक्रम में ‘सर्वेशं भारत' शीर्षक पर आधारित इस प्रस्तुति के आरम्भ में प्रोजेक्शन मैंपिंग के माध्यम से भारत के विभिन्न पर्यटक स्थलों को रंग बिरंगी लेजर लाइट्स और मधुर संगीत के माध्यम से जीवंत किया गया.
उल्लेखनीय है कि शेरपा बैठक के मेहमानों को राजस्थान की समृद्ध संस्कृति से रूबरू कराने के उद्देश्य से 4 से 7 दिसंबर तक पर्यटन विभाग द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.
सांस्कृतिक कार्यक्रम में राजस्थानी पारम्परिक लोक नृत्य, भारतीय शास्त्रीय और लोक नृत्य का जादू चलाते हुए चरी, गैर और घूमर के अतिरिक्त तमिलनाडु का भरतनाट्यम, ओडिशा से ओडिसी, गोटीपुआ और मयूरभंज छाऊ नृत्य हुआ. इसके साथ ही केरल के मोहिनीअट्टम नृत्य की प्रस्तुति दी गई. इसके बाद कलाकारों द्वारा प्रस्तुत उत्तर प्रदेश के कत्थक नृत्य, मणिपुर का मणिपुरी, आंध्र प्रदेश का कुचिपुड़ी, पंजाब के भांगड़ा नृत्य ने सभी का मन मोह लिया.
इसी क्रम में अगली प्रस्तुति केरल का कथकली, मणिपुर से पुंग चोलोम, गुजरात के गरबा, असम के बगरुम्बा, गुजरात के डांगी, त्रिपुरा के होजागिरी, मध्य प्रदेश के बधाई और कश्मीर के कश्मीरी नृत्य ने सभी को भारत के समृद्ध सांस्कृतिक ताने बाने से सराबोर कर दिया. इसके अलावा राजस्थान के फैशन की भव्यता को पेश किया गया.
राजस्थानी टैक्सटाइल की कालातीत निरंतरता के माध्यम से राज्य के लुभावने पारंपरिक एवं समसामयिक पहनावे को बेहद रोचक तरीके से पेश किया गया. वहीं आज जी-20 समिट की प्रथम शेरपा मीटिंग के अंतिम दिन बुधवार 7 दिसंबर को पर्यटन विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन रणकपुर में करवाया जायेगा.
इसके अतिरिक्त राजस्थान सरकार द्वारा बुधवार को मेहमानों को कुम्भलगढ और रणकपुर का भ्रमण भी करवाया जायेगा. इसी कारण आम लोगों के लिए कुम्भलगढ़ 6-7 दिसंबर के लिए बन्द रखा गया है. जी-20 की बैठकों के दौरान सभी शेरपा मंगलवार देर शाम शिल्पग्राम पहुंचे.
सभी शेरपाओं ने शिल्पग्राम की कला संस्कृति का जमकर लुत्फ उठाया. प्रदेश व देश की गौरवशाली नृत्य व संगीत परम्पराओं को प्रदर्शित करती लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों को अन्य देशों से पधारे जी-20 शेरपा ने देखी. इस दौरान ब्राजील के शेरपा ने कच्छी घोड़ी डांस किया वहीं कई अन्य शेरपा ऊंट पर बैठकर शिल्पग्राम का दौरा करते नजर आए.
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