In Pics: पूर्वी राजस्थान में भी फैल रहा लंपी स्किन का खतरा, भरतपुर में तीन गायों में मिले लक्षण
लंपी वायरस पश्चिम राजस्थान के बाद अब लगता है कि पूर्वी राजस्थान में भी फैल सकता है. इस वायरस को लेकर जिले के पशुपालन विभाग में हड़कंप मचा है. भरतपुर जिले में नगर निगम के नंदी गौशाला जिसे अपना घर आश्रम संचालित कर रहा है. उसमें तीन गाय में लंपी वायरस के लक्षण होने की आशंका जताई जा रही है. पशुपालन विभाग के चिकित्सकों ने इनके सैंपल लेकर जांच के लिए जयपुर भेजे हैं. लक्षण पाए जाने के बाद इन तीन बीमार गोवंश को आइसोलेट किया गया है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appजिले में गोवंश की संख्या करीब ढाई लाख बताई जा रही है. जबकि यहां भैंसों की संख्या गौवंश से ज्यादा बताई जा रही है. पशुपालन विभाग के चिकित्सकों के मुताबिक लंपी वायरस गोवंश के अलावा अन्य जानवरों को भी आने चंगुल में ले सकता है. इस लिए पशुपालन विभाग अलर्ट है सभी गौशालाओं में पशु चिकित्सकों की मोबाइल टीम भेज कर जांच कराई जा रही है और गौशाला संचालकों को निर्देश दिए है की किसी भी गौवंश में ऐसे लक्षण नजर आये तो तुरंत पशुपालन विभाग को सूचना दें.
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. नागेंद्र सिंह ने बताया की लंपी वायरस को लेकर भरतपुर संभाग के पशुपालन के विभाग के आला अधिकारी अलर्ट है भरतपुर संभाग के चारों जिलों में डॉक्टर्स टीम बनाकर गौशालाओं व गांव में चैक कर रहे हैं. साथ ही जहां पशु हाट लगता है, वहां पर पशु चिकित्सकों को जांच करने के निर्देश दिए है. भरतपुर संभाग के सवाई माधोपुर, करौली और धौलपुर में अभी कोई भी लंपी का मामला सामने नहीं आया है.
पशुपालन विभाग की चिकित्सकों के मोबाइल टीम भी गौशलाओं में जाकर गाइडलाइन जारी कर रही है. कहीं गोवंश सस्पेक्टेड नजर आता है तो उसको आइसोलेट किया जा रहा है और उसके सैंपल जांच के लिए जयपुर भेजे जा रहे हैं.
पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. गजेंद्र सिंह ने बताया की इस वायरस में गाय को बुखार होता है. चारा पानी छोड़ देती है और उसके शरीर पर दाने हो जाती हैं, जिनसे खून निकलने लगता है और पशु खाना पीना छोड़ देता है दूध की मात्रा भी कम हो जाती है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -