भरतपुर में भीषण गर्मी से पक्षियों और वन्य जीवों के हाल बेहाल, पानी के लिए की जा रही खास व्यवस्था
राजस्थान के भरतपुर जिले को पक्षियों की नगरी के नाम से भी जाना जाता है. बढ़ते तापमान और पड़ रही भीषण गर्मी से आमजन के साथ पशु-पक्षियों का भी हाल बेहाल हो चुका है.दोपहर 2 बजकर 30 मिनट पर भरतपुर का तापमान 44.3 डिग्री दर्ज किया गया है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appभरतपुर स्थित केवलादेव नेशनल पार्क में भीषण गर्मी और बढ़ते तापमान को देखते हुए पक्षियों और वन्य जीवों के लिए पार्क की झीलों में पानी भरवाया जा रहा है, क्योंकि भीषण गर्मी से आमजन ही नहीं बेसहारा पशु पक्षियों का भी बुरा हाल है
केवलादेव नेशनल पार्क प्रशासन द्वारा पक्षियों एवं वन्यजीवों के लिए झीलों में तथा वाटर पॉइंट्स पर पानी की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की जा रही है. पानी के लिए टैंकर और सोलर पम्प आदि से झीलों में पानी छोड़ा जा रहा है.कुछ दिन पहले आमजन को चम्बल के पानी की सप्लाई को रोक कर केवलादेव नेशनल पार्क में पानी छोड़ा गया था.
केवलादेव नेशनल पार्क में भीषण गर्मी में पक्षियों को और वन्य जीवों को भोजन पानी भरपूर मात्रा में मिल रहा है इसलिए पार्क पक्षी एवं वन्यजीव डेरा डाले हुए है.गौरतलब है की केवलादेव नेशनल पार्क में प्री -मानसून के चलते ही पक्षी ब्रीडिंग के लिए डेरा डालने पहुँच जाते है अगर पक्षियों को झीलों में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलता तो पक्षी पार्क के बाहर जहां पानी होता है वहां पर डेरा डालते है.
इस लिए केवलादेव नेशनल पार्क प्रशासन द्वारा पार्क की झीलों में पानी छोड़ा जा रहा है.केवलादेव नेशनल पार्क के DFO मानस सिंह ने बताया कि, भीषण गर्मी को देखते हुए जलाशय, वाटर पॉइंट्स में पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है.पार्क की झीलों में वाटर टैंक, सोलर पंप से पानी सप्लाई किया जा रहा है. जिसके कारण पक्षी और वन्यजीव भीषण गर्मी में भी पार्क के अंदर रहना पसंद कर यह हैं, क्योंकि अंदर उन्हें पर्याप्त भोजन और पानी मिल रहा है.
मानसून आते ही देशी विदेशी पक्षी भी ब्रीडिंग के लिए पार्क में डेरा डालते है और सीजन ख़त्म होने पर अप्रैल के महीने में बच्चों सहित फुर्र हो जाते है. पक्षियों के अलावा वन्यजीव भी पानी के आसपास घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं.झीलों और वाटर पॉइंट्स में पानी आने के कारण वन्यजीव भी गर्मी से राहत महसूस कर रहे हैं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -