In Pics: अनाथ मीरा के घर पूरा गांव 'भाई' बनकर पहुंचा भात भरने, टीका लगाने में ही लग गए पांच घंटे
आजकल हरियाणा के फतेहाबाद जिले के एक गांव में हुई शादी की बहुत चर्चा है. यह शादी सोशल मीडिया पर वायरल है.दरअसल इस शादी में भात भरने के लिए राजस्थान के एक गांव से करीब 700 लोग आए थे. यह शादी थी एक ऐसी महिला की दो बेटियों की जिसका कोई नहीं है, न पति, न मां-बाप और न ही कोई भाई. ऐसे में उसके गांव वालों ने उसका मान रखा है और चले गए भात भरने. आइए हम बताते हैं इस शादी के बारे में. सभी तस्वीरें करनपुरी ने भेजी हैं.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appमीरा देवी हरियाण के फतेहाबाद के एक छोटे से गांव जाड़वाला बागड़ में रहती हैं. दो बेटियों की मां मीरा के न तो माता-पिता जीवित हैं ना भाई. मीरा देवी अपनी बेटियों मीनू और सोनू की शादी से पहले अपनी पीहर राजस्थान के गांव नेठराना पीहर पहुंचीं.वहां उन्होंने अपने भाई की समाधि पर टीका लगाकर भात न्योता दिया.इस दौरान वहां उनके गांव के बहुत से लोग मौजूद थे. सबने फैसला किया कि पूरा गांव भात भरने मीरा के घर जाएगा.
मीरा देवी की शादी फतेहाबाद के जांडवाला बागड़ में महाबीर माचरा के साथ हुई थी.महाबीर माचरा और उनके पिता का भी देहांत हो गया. मीरा के पिता जोगाराम बेनीवाल का भी देहांत हो गया था.मीरा का एकमात्र भाई संतलाल अविवाहित था. वह साधू हो गया था. उसका भी देहांत हो गया था. उसके बाद उसकी गांव में ही समाधि बना दी गई थी.
भात की रस्म में जिस लड़के या लड़की की शादी हो रही होती है, उसका मामा अपनी बहन और उसके ससुराल वालों को उपहार और नकद रुपए देता है.मामा के न रहने पर नाना-नानी को यह रस्म निभानी होती है.हरियाणा में एक पौराणिक कथा बहुत ही प्रचलित है.इसमें बताया गया है कि नरसी भगत की बेटी हरनंदी के भात में भगवान श्रीकृष्ण पहुंचे थे.
मंगलवार को मीरा भातियों का इंतजार कर रही थी.गाड़ियों का एक बड़ा हजूम भात भरने उनके गांव पहुंचा. अपने गांव के लोगों को देखकर जहां मीरा भावुक हो गईं.वही दोनों बेटियां मीनू और सोनू की आंखों में आंसू की धारा निकल गई.चारों ओर इस अनोखी भात को लेकर भावुक माहौल बन गया.
मीरा देवी की बेटियों की शादी में भात भरने के लिए नेठराना गांव से करीब 700 महिला-पुरुष पहुंचे.जांडवाला गांव के लोग भी भातियों का स्वागत सत्कार ठीक से किया.मीरा देवी ने भातियों का स्वागत और टीका करना शुरू किया तो उसमें ही करीब 5 घंटे लग गए.भात में 10 लाख रुपये की नगद राशि आई है.
नेठराना से आए लोगों ने बताया कि मीरा देवी के यहां भात भरने के लिए पूरा गांव आना चाहता था.लेकिन व्यवस्था नहीं हुई. हम लोग अपने वाहन से जितने लोग आ सकते थे,उतने लोग ही आए हैं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -