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In Pics: रणथंभौर नेशनल पार्क में बारिश ने लगाया चार चांद, तस्वीरों में देखें खूबसूरत नजारा
Ranthambore National Park: रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान 1,334 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है. इसमें तरह-तरह के जीव जंतु हैं. यहां बाघों को देखने के लिए पूरी दुनिया से लोग आते हैं.
![Ranthambore National Park: रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान 1,334 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है. इसमें तरह-तरह के जीव जंतु हैं. यहां बाघों को देखने के लिए पूरी दुनिया से लोग आते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/30/c9c4a26e1c5c8c7992f78a69b35d48881719734578375489_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
(रणथंभौर नेशनल पार्क)
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![राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर किला बारिश के बाद बेहद खूबसूरत लगने लगा है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/30/9c59619097e77a43c59c23a320344588dda63.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर किला बारिश के बाद बेहद खूबसूरत लगने लगा है.
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![रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में 70 से अधिक बाघ और मोर सहित तमाम तरह के पशु-पक्षी पाए जाते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/30/59836ea0e99f429019303069f1f3869a88a47.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में 70 से अधिक बाघ और मोर सहित तमाम तरह के पशु-पक्षी पाए जाते हैं.
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![रणथंबोर अपने आप में एक अद्भुत किला है, जिसकी अपनी एक लंबी कहानी है. रणथंभौर को केंद्र सरकार ने 1955 में सवाई माधोपुर खेल अभयारण्य के रूप में स्थापित किया था.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/30/55f12f3a88b0d76995dc472fcba5e264af7e4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
रणथंबोर अपने आप में एक अद्भुत किला है, जिसकी अपनी एक लंबी कहानी है. रणथंभौर को केंद्र सरकार ने 1955 में सवाई माधोपुर खेल अभयारण्य के रूप में स्थापित किया था.
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![वहीं 1973 में इसे प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व के नाम से घोषित किया गया. फिर 1 नवंबर 1980 को रणथंभौर एक राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/30/c2219de6d0e98119ef7809a8e212c5c8a1df0.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
वहीं 1973 में इसे प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व के नाम से घोषित किया गया. फिर 1 नवंबर 1980 को रणथंभौर एक राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया.
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![साल 1984 में जंगलों को सवाई मान सिंह अभ्यारण्य और केलादेवी अभयारण्य घोषित किया गया. 1992 में केलादेवी अभयारण्य और दक्षिण में सवाई मानसिंह अभयारण्य सहित अन्य जंगलों को शामिल करने के लिए टाइगर रिजर्व का विस्तार किया गया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/30/12b525bdb1f612cb7b160a590fc25d5705639.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
साल 1984 में जंगलों को सवाई मान सिंह अभ्यारण्य और केलादेवी अभयारण्य घोषित किया गया. 1992 में केलादेवी अभयारण्य और दक्षिण में सवाई मानसिंह अभयारण्य सहित अन्य जंगलों को शामिल करने के लिए टाइगर रिजर्व का विस्तार किया गया.
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![यह राष्ट्रीय उद्यान 1,334 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है. यह जंगल पूरी तरह से हरा भरा है, जिसमें तरह-तरह के जीव जंतु हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/30/7c51a718aca8d986eda9d20f35b9b9d38a1d6.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
यह राष्ट्रीय उद्यान 1,334 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है. यह जंगल पूरी तरह से हरा भरा है, जिसमें तरह-तरह के जीव जंतु हैं.
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![यहां बाघों को देखने के लिए पूरी दुनिया से लोग आते हैं और जंगल सफारी लुत्फ उठाते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/30/3648f450468a88376fc13df5d0cd552ced732.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
यहां बाघों को देखने के लिए पूरी दुनिया से लोग आते हैं और जंगल सफारी लुत्फ उठाते हैं.
Published at : 30 Jun 2024 02:06 PM (IST)
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शशांक शेखर झा, एडवोकेटAdvocate
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