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Rajasthan Tourism: राजस्थान पर्यटन विभाग इस जिले को कर रहा प्रमोट, जंगल- डैम सहित हैं कई अनदेखी जगहें
Udaipur Tourism: राजस्थान का प्रतापगढ़ जिला मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के बॉर्डर से लगा हुआ है. इसे प्रमोट करने के लिए राजस्थान पर्यटन विभाग में सोशल मीडिया का सहारा लिया है.
![Udaipur Tourism: राजस्थान का प्रतापगढ़ जिला मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के बॉर्डर से लगा हुआ है. इसे प्रमोट करने के लिए राजस्थान पर्यटन विभाग में सोशल मीडिया का सहारा लिया है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/16/caf4bfe0c67513656845ae3c24c97ad61708063077879658_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
(राजस्थान पर्यटन स्थल)
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![राजस्थान पर्यटन की दृष्टि से कितना खास है, यह यहां आने वाले लाखों पर्यटक बताते हैं. इनमें भी अपनी सबसे खास पहचान रखता है विश्व प्रसिद्ध उदयपुर शहर. यहां हर साल लाखों टूरिस्ट घूमने के लिए आते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/16/c2946a9decbe71831f8494ff9722ba628fbaa.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
राजस्थान पर्यटन की दृष्टि से कितना खास है, यह यहां आने वाले लाखों पर्यटक बताते हैं. इनमें भी अपनी सबसे खास पहचान रखता है विश्व प्रसिद्ध उदयपुर शहर. यहां हर साल लाखों टूरिस्ट घूमने के लिए आते हैं.
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![उदयपुर शहर संभागीय मुख्यालय भी है. उदयपुर शहर ही नहीं, इसके संभाग में 100 आइलैंड्स के नाम से प्रसिद्ध बांसवाड़ा शहर भी है. साथ ही यहां एक अनसीन खूबसूरत जिला भी है. जिसे राजस्थान पर्यटन विभाग प्रमोट कर रहा है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/16/5e0a3405a0e4059d899bf77900a65dd79bf22.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
उदयपुर शहर संभागीय मुख्यालय भी है. उदयपुर शहर ही नहीं, इसके संभाग में 100 आइलैंड्स के नाम से प्रसिद्ध बांसवाड़ा शहर भी है. साथ ही यहां एक अनसीन खूबसूरत जिला भी है. जिसे राजस्थान पर्यटन विभाग प्रमोट कर रहा है.
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![इस जिले में जंगल, डैम, आइलैंड और वन्यजीव में खास उड़न गिलहरी है, जो सिर्फ यहीं है. जिस जिले की हम बात कर रहे हैं, वह है उदयपुर से करीब 200 किलोमीटर दूर प्रतापगढ़ जिला.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/16/7a7b4d139d4f1d13ec82a23515c95d539126f.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इस जिले में जंगल, डैम, आइलैंड और वन्यजीव में खास उड़न गिलहरी है, जो सिर्फ यहीं है. जिस जिले की हम बात कर रहे हैं, वह है उदयपुर से करीब 200 किलोमीटर दूर प्रतापगढ़ जिला.
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![यह मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के बॉर्डर से लगा हुआ है. इसे प्रमोट करने के लिए राजस्थान पर्यटन विभाग में सोशल मीडिया का सहारा लिया है. सोशल मीडिया पर पर्यटन विभाग ने प्रतापगढ़ जिले का एक वीडियो बनवाकर शेयर किया है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/16/2054aa6679112f865ae94d045c21e8ccd9674.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
यह मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के बॉर्डर से लगा हुआ है. इसे प्रमोट करने के लिए राजस्थान पर्यटन विभाग में सोशल मीडिया का सहारा लिया है. सोशल मीडिया पर पर्यटन विभाग ने प्रतापगढ़ जिले का एक वीडियो बनवाकर शेयर किया है.
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![दो दिन में इस वीडियो को 60 हजार लोगों ने देख लिया है. इतना ही नहीं इस वीडियो को 21 हजार से ज्यादा लाइक भी मिल चुके हैं. पर्यटन विभाग के इस वीडियो में प्रतापगढ़ जिले के डीप फॉरेस्ट, यहां का जाखम बांध, ग्रामीण परिवेश, वन्यजीव, सीतामाता अभयारण्य, पहाड़ों के नीचे स्थित गोतामेशावर महादे मंदिर सहित अन्य जगहों को दिखाया गया है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/16/e7dc8ceee98251b607ffc294f3a92f25843e4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
दो दिन में इस वीडियो को 60 हजार लोगों ने देख लिया है. इतना ही नहीं इस वीडियो को 21 हजार से ज्यादा लाइक भी मिल चुके हैं. पर्यटन विभाग के इस वीडियो में प्रतापगढ़ जिले के डीप फॉरेस्ट, यहां का जाखम बांध, ग्रामीण परिवेश, वन्यजीव, सीतामाता अभयारण्य, पहाड़ों के नीचे स्थित गोतामेशावर महादे मंदिर सहित अन्य जगहों को दिखाया गया है.
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![पांच मिनट से ज्यादा बड़े इस वीडियो में प्रतापगढ़ जिले की प्राकृतिक स्थिति को बताया और दर्शाया गया है. यहां के फॉरेस्ट की बात करें तो यहां सीता माता अभयारण्य है, जो भगवान राम के पुत्र लव और कुश से जुड़ा इतिहास बताते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/16/d0a1687d626bd0575e4a1956345b22f8cf39c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पांच मिनट से ज्यादा बड़े इस वीडियो में प्रतापगढ़ जिले की प्राकृतिक स्थिति को बताया और दर्शाया गया है. यहां के फॉरेस्ट की बात करें तो यहां सीता माता अभयारण्य है, जो भगवान राम के पुत्र लव और कुश से जुड़ा इतिहास बताते हैं.
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![बता दें कि, वैसे तो सीता माता अभयारण्य में घूमने के लिए हर साल 10 हजार से ज्यादा पर्यटक आते हैं. पर्यटकों की संख्या को बढ़ाने के लिए सीता माता अभयारण्य का प्रमोशन भी किया जा रहा है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/16/2dc54d18ab46f20703491d99aecb6afc6af7c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बता दें कि, वैसे तो सीता माता अभयारण्य में घूमने के लिए हर साल 10 हजार से ज्यादा पर्यटक आते हैं. पर्यटकों की संख्या को बढ़ाने के लिए सीता माता अभयारण्य का प्रमोशन भी किया जा रहा है.
Published at : 16 Feb 2024 01:59 PM (IST)
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