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Lumpy Skin Disease: भरतपुर में लंपी वायरस का कहर, 115 गौवशों की मौत, 4253 ग्रसित
भरतपुर जिले में 16 गौशाला हैं, जिनका रोजाना डॉक्टरों द्वारा निरीक्षण किया जाता है और एक-एक गाय को चैक किया जाता है कि कोई गोवंश लंपी वायरस से ग्रसित तो नहीं है.

(भरतपुर में लंपी वायरस का कहर)
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पश्चिम राजस्थान में गायों पर लंपी वायरस ने अपना असर दिखाने के बाद अब लगता है कि अब पूर्वी राजस्थान में भी कहर बरपा रहा है. लंपी वायरस. इस वायरस को लेकर पशुपालन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. भरतपुर जिले के कामां, पहाड़ी, नगर, सीकरी, गोपालगढ़, डीग क्षेत्र में गौवंश में लंपी वायरस के लक्षण अधिक मिल रहे हैं. अब तक कुल 4253 गौवंश लंपी वायरस से ग्रसित मिले है. पशुपालन विभाग द्वारा इलाज करने पर 704 गौवंश ठीक हो गए है. अभी भी 3434 गौवंश लंपी वायरस से ग्रसित है. जिन्हें पशुपालन विभाग ने अलग से आइसोलेट किया है.
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भरतपुर जिले में 16 गौशाला हैं, जिनका रोजाना डॉक्टरों द्वारा निरीक्षण किया जाता है और एक-एक गाय को चैक किया जाता है कि कोई गोवंश लंपी वायरस से ग्रसित तो नहीं है. गढ़ी सांवलदास गौशाला में काम कर रहे गौसेवक बाबू लाल ने बताया की गढ़ी सांवलदास में लगभग 1600-1700 गौवंश हैं. लंपी वायरस से कोई भी गौवंश ग्रसित होता है तो डॉक्टर की टीम रोजाना आकर चैक करती है . गौशाला में सभी गौवंशों को इंजेक्शन लगवा दिए है. साफ- सफाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.
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जिला प्रशासन द्वारा लंपी वायरस के कहर को देखते हुये संक्रमण के सम्बन्ध में सूचनाऐं एकत्रित करने और तत्काल कार्रवाई करने के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जो 24 घंटे कार्य करेगा. नियंत्रण कक्ष का फोन नंबर 05644-224375 है.
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संयुक्त निदेशक डॉ. गजेन्द्र सिंह चाहर ने बताया की अब तक कुल 4253 गौवंश लंपी वायरस से ग्रसित मिले है. पशुपालन विभाग द्वारा इलाज करने पर 704 गौवंश ठीक हो गए हैं. अभी भी 3434 गौवंश लंपी वायरस से ग्रसित हैं जिनका इलाज जारी है. इन गौवंशों को पशुपालन विभाग ने अलग से आइसोलेट किया है. लंपी वायरस ने चिंता बढ़ा रखी है. भरतपुर जिले के कामां, पहाड़ी, सिकरी, गोपालगढ़, नगर में लंपी वायरस के मामले ज्यादा मिल रहे है. पशुपालन विभाग द्वारा बनाई गई टीम गांव-गांव जाकर सर्वे कर रहे है.
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डॉ. गजेन्द्र सिंह चाहर ने बताया की जिले में 16 गौशाला है 12 गौशालाओं में 11 हजार 334 गौवंश का टीकाकरण किया जा चुका है. इसके साथ ही नियमित सर्वे किया जा रहा है. इसके साथ ही सोडियम हाइपोक्लोराइड का स्प्रे कराया जा रहा ह. संयुक्त निदेशक डॉ. गजेन्द्र चाहर ने बताया है की अब तक 45 हजार 276 निजी गौवंश के भी टीकाकरण किया जा चुका है.
Published at : 09 Sep 2022 12:54 PM (IST)
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डॉ ख्याति पुरोहितस्वतंत्र पत्रकार व अध्यापिका
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