In Pics: सियाचिन पर हुई पहली महिला कैप्टन की तैनाती, उदयपुर की बेटी अब माइनस 16°C में करेगी देश की रक्षा
नए साल में देश और उदयपुर के लिए एक बड़े गर्व की बात हुई. देश की इसलिए क्योंकि देश के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन में पहली महिला कैप्टन की तैनाती हुई है. उदयपुर को ज्यादा गर्व इसलिए क्योंकि जो महिला कैप्टन तैनात हुई वह उदयपुर की रहने वाली है. इनका नाम है शिवा चौहान है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appइनके पिता नहीं थे, फिर भी मां ने कठिनाइयों का सामना करते हुए अपनी बेटी को पढ़ाया. आज उनकी बेटी ने मुकाम को हाशिल किया है और देश का गौरव बढ़ा रही हैं. उदयपुर के न्यूनतम 6 डिग्री के तापमान में अपना अब तक का जीवन बिताने वाली शिवा अब -16 डिग्री तक के सियाचिन के तापमान में देश की रक्षा कर रही हैं.
बता दे कि कैप्टन शिवा सिविल इंजीनियर हैं. उनकी स्कूलिंग उदयपुर के निजी कॉलेज सेंट एंथनी से हुई. इसके बाद उन्होंने टेक्नो एनजेआर इंस्टिट्यूट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में वर्ष 2015 में प्रवेश किया. उनकी ब्रांच सिविल इंजीनियरिंग थी. चार साल में उन्होंने हर प्रोग्राम में भाग लिया. शिवा मिस फ्रेशर रहीं और 87% के साथ कॉलेज टॉपर भी बनी.
वह कल्चरल एक्टिविटी में भी हमेशा आगे रहती थी, जिसमें कई बेहतरीन डांस परफॉर्मेंस भी दिए. कॉलेज के बाद सर्विस सलेक्शन बोर्ड की परीक्षा दी, जिसमें भी शिवा ने टॉप किया. इसके बाद वर्ष 2020 में आर्मी में चयन हो गया. उन्होंने जनवरी 2022 में चेन्नई में ट्रेनिंग ली और फिर अब सियाचिन में पहली पोस्टिंग हुई, जहां शिवा एक टीम की लीडर हैं.
शिवा चौहान के परिवार की बात करें तो मां अंजली और बहन शुभम चौहान हैं. पिता राजेन्द्र चौहान का वर्ष 2011 में निधन हो गया था, जिससे परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा. मां अंजली ने सिलाई का काम किया और दोनों बेटियों को आगे बढ़ाया, लेकिन टूटे नहीं और आगे बढ़ते गई, इनका घर शहर के सेक्टर क्षेत्र में है.
वर्तमान में बड़ी बहन शुभम आरजेएस की तैयारी कर रही है, जिससे मां के साथ पिछले एक साल से राजधानी जयपुर में ही रह रही हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति को संभालने के लिए कैप्टन शिवा कॉलेज के बाद बच्चों की ट्यूशन लेती थी. गुरु राज शेखर व्यास बताते हैं कि शुरू से शिवा काफी होनहार थी. दुख क्या होता है उसके चेहरे पर कभी नहीं देखा. आज वह देश की रक्षा में तैनात है, यह देखकर गर्व और खुशी मिलती है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -