Udaipur: 1200 साल पुरानी प्राचीन मूर्तियां, पत्थरों पर बेजोड़ नक्काशी, कीमत जानकर होश उड़ जाएंगे
राजस्थान जो कला के बारे में विश्व प्रसिद्ध है, यहां कई शताब्दियों की कला को संवार कर रखा गया है. इसी में एक मूर्ति कला है. उदयपुर में 1200 साल तक पुरानी 115 खूबसूरत पत्थरों की बनी मूर्तियों को सहेज कर रखा गया है, जो बेशकीमती है.
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View In Appचित्तौड़गढ़ में 1100 साल पुरानी मूर्ति जो चोरी हो गई थी, उसे लंदन में 85 लाख रुपए में बेचा गया था. इससे समझा जा सकता है कि इनकी कीमत कितनी होगी.
यह सभी मूर्तियां उदयपुर के 4000 साल पुराने आहाड़ सभ्यता के म्यूजियम में रखी हुई है. इन्हे देखने के लिए सैकड़ों पर्यटक आते हैं. आहाड़ सभ्यता के म्यूजियम में 8वीं शताब्दी से लेकर 18वीं शताब्दी तक की मूर्तियों को सहेज कर रखा गया है.
इसमें जैन तीर्थकर से लेकर हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं. कुछ हूबहू वैसी ही है जैसी बनी होगी, तो कुछ टूटी हुई मिली. साथ ही कुछ 1951 में उदयपुर में आहाड़ सभ्यता की खुदाई के समय मिली, तो कुछ अन्य स्थानों पर हुई खुदाई में मिली.
अधिकतर मूर्तियां संगमरमर के पत्थरों से बनाई हुई है. सिंगल पत्थर पर खूबसूरत नक्काशी कर इन मूर्तियों को बनाया गया है. कुछ मूर्तियों को आहाड़ संग्रहालय में रखा गया है.
वहीं कुछ मूर्तियों को शहर के सिटी पैलेस के संग्रहालय में रखा गया है. जैन तीर्थंकर के साथ यहां 10वीं शताब्दी की अन्नपूर्णा देवी, 10वीं शताब्दी के लक्ष्मी नारायण, 14वीं शताब्दी की माहेश्वरी, 13वीं शताब्दी के विष्णु प्रतिमा सहित अन्य प्रतिमाएं रखी हुई है.
राजस्थान अपनी अति सुन्दर मूर्तियों और भव्य इमारतों के कारण जाना जाता है. राजस्थान में नाना प्रकार के पत्थरों का अविश्वसनीय भंडार है, जिनके अनेक प्रकार के प्रयोग हो सकते हैं. सदियों से संगमरमर, चूना पत्थर, बलुआ पत्थर और विभिन्न रंगों के बिल्लौरी पत्थर (क्वट्ज पत्थर) से न जाने क्या-क्या बनाया जाता रहा है.
संगमरमर पर पच्चीकारी का काम बहुत अच्छा होता है. कुशल कारीगर जो इसे ऐसी पारदर्शिता दे सकते हैं कि इसमें और भी गहराई आ जाती है.
मूर्तिकला और स्थापत्य कला में माहिर, स्थपति ऐसे कुशल कारीगर होते हैं, जो ऐसी दिव्य मूर्तियां गढ़ते हैं, जिनमें कोई खोट नहीं निकाली जा सकती.
यह कौशल देश भर के धार्मिक स्थापत्य में झलकता है. संग्रहालय में 8वीं शताब्दी से लेकर 18वीं शताब्दी की प्रतिमाएं भी प्रदर्शित की गई हैं.
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