ताज नगरी को कबाड़ से सजाएगा आगरा निगम, भव्य मूर्तियां शहर को देंगी नई पहचान
आगरा नगर निगम के जरिये कबाड़ से बनाई गई चीजें आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं. नगर निगम ने इस कबाड़ के इस्तेमाल उपयोगी बनाने के लिए लंबे समय से काम कर रहा है. आगरा नगर निगम में मिले कबाड़ को सुंदर आकृति के रुप में ढ़ाला जा रहा है, इसे देख कर लोग खिंचे चले आते हैं.
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View In Appहोनहार कारीगरों के के जरिये अनेक प्रकार की आकृति बनाई जा रही है. नगर निगम परिसर में कारीगर अपने हुनर से कबाड़ के आइटम को सुंदर आकृति का रूप दे रहे हैं, जो आने वाले दिनों में आगरा शहर के प्रमुख चौराहा और स्थलों पर नजर आएंगे.
इससे आने वाले दिनों में आगरा शहर की शोभा और बढ़ जाएगी. आगरा नगर निगम में कबाड़ से तैयार हो रही आकृतियों में सबसे बड़ी आकृति भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल की है.
कबाड़ से तैयार की जा रही लड्डू गोपाल की मूर्ति की ऊंचाई करीब 26 फीट, लंबाई करीब 22 फीट और चौड़ाई करीब 12 फीट है. जो तैयार होने के बाद काफी भव्य और दिव्य दिखेगी.
इन सभी मूर्तियों को तैयार करने के बाद आने वाले दिनों में इसे शहर के प्रमुख स्थान पर स्थापित किया जाएगा. इससे ताज नगरी का कायाकल्प किया जाएगा
इन प्रतिमाओं में हिरन, हवाई जहाज, मोर, भगवान शिव की पिंडी, गिटार बजाता आदमी (जिसे मोटर साइकिल के पेट्रोल टंकी से तैयार किया गया है) शामिल हैं.
यह सभी मूर्तियां देखने में बहुत ही भव्य और आकर्षक नजर आ रही हैं. इसके अलावा कबाड़ से अमर ज्योति को भी तैयार किया गया है. साथ में अन्य आकृतियां भी शामिल है, जिसे कबाड़ से तैयार किया जा रहा है. नगर निगम में जो कबाड़ आता है उसका इस्तेमाल किया जा रहा है. जिससे शहर को सुंदर ढंग सजाने की योजना है.
आगरा पूरे विश्व में ताज नगरी के नाम से मशहूर है. ऐसे में यहां पर हर रोज बड़ी संख्या पर्यटक ताजमहल का दीदार करने पहुंचते हैं. कबाड़ से बनी ये प्रतिमाएं शहर में आने वाले पर्यटकों को लुभाएंगी.
कबाड़ से तैयार हो रही ये आकृतियां और प्रतिमाएं जब शहर के प्रमुख स्थानों पर स्थापित की जाएंगी, तो शहर का नजारा बदल जाएगा. इसको तैयार करने के लिए कारीगर कड़ी मेहनत कर रहे हैं, जहां वह कबाड़ को बहुत ही बारीकी से जोड़कर एक शक्ल देने की कोशिश कर रहे हैं.
आगरा नगर निगम का उद्देश्य इस कबाड़ को दोबारा इस्तेमाल कर प्रदूषण को कम करना और कम खर्च में वेस्ट का सही रखरखाव है. इसी के तहत कबाड़ का इस्तेमाल शहर को सजाने के लिए किया जा रहा है. कबाड़ से आकृति तैयार करने के काम में कुशल कारीगरों को लगाया गया है, जो इन आकृतियों को सुंदर रूप दे रहे हैं.
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