अद्भुत... अलौकिक... ऐतिहासिक... भव्य दीपोत्सव, रामलीला से लेकर लेजर शो तक, देखें अयोध्या की 20 तस्वीरें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को राम नगरी अयोध्या में भव्य 'दीपोत्सव' कार्यक्रम में शामिल हुए.
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View In Appयहां पीएम मोदी सरयू के तट पर लाखों दीयों की मनोरम छटा के साक्षी बने और भगवान राम के शासन के मूल्यों को अपनी सरकार के 'सबका साथ, सबका विकास' के लक्ष्य का आधार बताया.
राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त 2020 को शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी पहली बार अयोध्या पहुंचे.
प्रधानमंत्री सरयू नदी के तट पर स्थित राम की पैड़ी पर 15 लाख 76 हजार दीए जलाए जाने के विश्व रिकॉर्ड के साक्षी बने.
प्रधानमंत्री ने इसी हफ्ते उत्तराखंड स्थित केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के भी दर्शन किए थे.
प्रधानमंत्री ने रामलला के अस्थाई मंदिर में पूजा अर्चना की और राम मंदिर निर्माण की प्रगति का जायजा लिया.
उन्होंने राम कथा पार्क में भगवान राम का सांकेतिक राज्याभिषेक भी किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में भगवान राम के आदर्शों को विकसित भारत की आकांक्षा की पूर्ति के लिए प्रकाश स्तंभ करार दिया.
उन्होंने कहा कि राम के वचनों, विचारों और शासन ने जिन मूल्यों को गढ़ा है, वह 'सबका साथ, सबका विकास' की प्रेरणा हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'इस बार दीपावली एक ऐसे समय में आई है जब हमने कुछ समय पहले ही आजादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं. हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. इस अमृत काल में भगवान राम जैसी संकल्प शक्ति देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगी.'
पीएम मोदी ने कहा, 'अगले 25 वर्षों में विकसित भारत की आकांक्षा लिए आगे बढ़ रहे हिंदुस्तानियों के लिए श्री राम के आदर्श उस प्रकाश स्तंभ की तरह हैं जो हमें कठिन से कठिन लक्ष्यों को हासिल करने का हौसला देंगे.'
उन्होंने कहा, 'भगवान राम ने अपने वचनों, अपने विचारों और अपने शासन में जिन मूल्यों को गढ़ा है, वे 'सबका साथ, सबका विकास' की प्रेरणा हैं और 'सबका विश्वास, सबका प्रयास' का आधार भी हैं.'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'संयोग देखिए. हमारे संविधान की मूल प्रति पर भगवान राम, मां सीता और लक्ष्मण जी का चित्र अंकित है. संविधान का वह पृष्ठ भी मौलिक अधिकारों की बात करता है. यानी हमारे संवैधानिक अधिकारों की एक और गारंटी.
उन्होंने कहा, 'साथ ही प्रभु राम के रूप में कर्तव्यों का शाश्वत सांस्कृतिक बोध भी, इसलिए हम जितना कर्तव्यों के संकल्प को मजबूत करेंगे राम जैसे राज्य की संकल्पना उतनी ही साकार होती जाएगी.'
मोदी ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, 'एक समय था जब राम, हमारी संस्कृति और सभ्यता के बारे में बात करने तक से बचा जाता था. इसी देश में राम के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह लगाए जाते थे.'
उन्होंने अपनी सरकार द्वारा आध्यात्मिक विरासत को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा, 'पिछले आठ वर्षों में देश ने हीन भावना की इन बेड़ियों को तोड़ा है.'
इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने राम की पैड़ी पर भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम में शिरकत की. मोदी पहली बार इस कार्यक्रम का हिस्सा बने.
इस बार राम की पैड़ी पर 15 लाख 76 हजार दीपक जलाए गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस कीर्तिमान को 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' में शामिल किए जाने का प्रमाण पत्र दिया.
मोदी ने कहा, “ प्रभु राम ने रावण के अत्याचार का अंत हजारों वर्ष पूर्व किया था लेकिन आज हजारों साल बाद भी उस घटना का एक-एक मानवीय और अध्यात्मिक संदेश एक-एक दीपक के रूप में सतत प्रकाशित होता है.”
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा, “ आज अयोध्या दीपों से, दिव्य भावनाओं से भव्य हैं. आज अयोध्या नगरी भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण के स्वर्णिम अध्याय का प्रतिबिंब है. जब 14 वर्ष के वनवास के बाद प्रभु राम अयोध्या वापस आए होंगे तो अयोध्या कैसे सजी-संवरी होगी.”
उन्होंने कहा, “हमने त्रेता युग की उस अयोध्या के दर्शन नहीं किए लेकिन प्रभु राम के आशीर्वाद से आज अमृत काल में अमर अयोध्या की अलौकिकता के हम साक्षी बन रहे हैं. ”
पीएम मोदी ने कहा, 'दीपावली के दीपक हमारे लिए केवल एक वस्तु नहीं हैं. यह भारत के आदर्शों, मूल्यों और दर्शन के जीवंत ऊर्जा पुंज हैं.'
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